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जमा बिजली बिल घोटाले की जांच में देरी से नाराज किसान,12 जून तक मांगे पूरी न होने पर होगा धरना

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अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ, 27 मई। जिले में 1.85 करोड़ के बिजली बिल घोटाले को लेकर चल रही जांच को 6 महीने बीत गए। पिछले साल दिसंबर में लाल डिग्गी स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर कई दिनों तक किसानों ने धरना भी दिया। किसान नेताओं और प्रशासन के बीच समझौता हुआ कि घोटाले की जांच कर उपभोक्ताओं की समस्या का निराकरण किया जाएगा। उसी समय एम डी आगरा ने एक जांच टीम का गठन कर घोटाले की जांच के आदेश दिए। महीनों बीत गए लेकिन अभी तक जांच पूरी नहीं हुई। जांच में देरी के चलते किसानों-उपभोक्ताओं नाराजगी 


   किसान नेताओं का प्रतिनिधिमंडल आज मुख्य अभियंता एस के अग्रवाल से मिला। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे क्रांतिकारी किसान यूनियन के प्रदेश प्रभारी शशिकांत  ने मुख्य अभियंता के सामने पीडित किसानों और उपभोक्ताओं की समस्या को रखा। साथ ही घोटाले की जांच में हो रही देरी पर नाराजगी व्यक्त की। वार्ता के दौरान जानकारी हुई कि जांच टीम ने अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की है। इस पर प्रतिनिधि मंडल ने विद्युत विभाग को 12 जून का समय दिया है। 12 जून तक जांच पूरी कर पीडित उपभोक्ताओं को न्याय  नहीं मिलता तो किसान धरना देंगे।  बिजली घोटाले से प्रभावित 500 से अधिक उपभोक्ताओं के कनैक्शन न काटने और विवादित बिल दोबारा न वसूलने की मांग की। जिस पर मुख्य अभियंता ने आश्वासन दिया। 


  प्रतिनिधिमंडल ने निजी नलकूपों पर मीटर लगाने की प्रक्रिया को तत्काल रोकने की मांग की। किसान नेताओं का कहना था जब सरकार ने किसानों को फ्री बिजली देने का वायदा किया तो फिर मीटर क्यों लगाए जा रहे हैं। उनका कहना था कि राज्य सरकार से इस संबंध में अगले महीने शीर्ष नेतृत्व बात करेगा। साथ ही किसान नेताओं ने जारी प्रेस विज्ञप्ति के जरिए ग्रामीणों से नलकूपों पर मीटर लगाने की कार्यवाही का विरोध करने की अपील की।  प्रतिनिधिमंडल में चौधरी गजेन्द्र सिंह, योगेश शर्मा, मुकेश सूर्यवंशी, रिंकू शर्मा शामिल रहे। 

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