अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ| सेना भर्ती की अग्निपथ योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही आज इस योजना के देशव्यापी विरोध में युवाओं के साथ किसान भी सड़कों पर उतरे। संयुक्त किसान मोर्चा ने आज देश भर में अग्निपथ विरोध दिवस मनाया। जिले में भी किसान संगठनों ने अग्नि पथ योजना के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। संयुक्त किसान मोर्चा की जिला इकाई की अपील पर सुबह 11 बजे से जिलाधिकारी कार्यालय के गेट पर किसान नेता जुटने लगे।
जुमे के दिन किसान संगठनों के विरोध-प्रदर्शन के ऐलान से पुलिस-प्रशासन ने विशेष सख्ती और सर्तकता बरती। तस्वीर महल चौराहे से ही किसानों को रोकने के लिए भारी पुलिस बल तैनात रही। टोपी, झंडा, गमझे के साथ आने वाले किसानों रोकने का भरसक प्रयास किया गया।
मिली सूचना के अनुसार गौंडा बस द्वारा आ रहे किसानों को पुलिस ने घेर लिया और किसानों को समझा बुझाकर इगलास ले जाया गया। वहीं किसानों ने विरोध-प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। कई किसान नेताओं को पुलिस द्वारा उनके घरों पर भी रोकने का प्रयास किया। जुमे के दिन शहर में किसानों का विरोध-प्रदर्शन न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन ने काफी प्रयास किए।
बावजूद इसके भाकियू प्रदेश अध्यक्ष राजपाल शर्मा, मंडल अध्यक्ष विमल तोमर, वरिष्ठ नेता चौधरी नबाव सिंह, जिलाध्यक्ष ओ पी कमांडो, इगलास तहसील अध्यक्ष रूद़ सिंह, अखिल भारतीय किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष सूरजपाल उपाध्याय, इदरीस मोहम्मद, क्रांतिकारी किसान यूनियन के मंडल प्रभारी सुरेशचन्द्र गांधी, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष गजेन्द्र चौधरी, निर्माण श्रमिक संगठन के अध्यक्ष रमेशचन्द्र विद्रोही, जय किसान आंदोलन के जिला प्रभारी आत्मप्रकाश, भाकियू अम्बावता के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह आदि प्रमुख किसान नेता जिलाधिकारी कार्यालय के मुख्य गेट तक पहुँचने में सफल हो गए।
भारी पुलिस बल तैनात कर सभी किसान नेताओं को गेट पर ही रोक दिया गया। गेट पर ही किसान नेताओं के अलावा सैकड़ों किसानों ने जमकर नारेबाजी की। नारेबाजी करते हुए अग्निपथ योजना की वापसी की मांग की। किसान नेताओं ने अग्निपथ योजना को केन्द्र सरकार की किसानों से बदले लेने की कार्यवाही करार दिया। 'जय जवान, जय किसान का नारा बुलन्द करते हुए अपने जवान युवा बेटों के साथ किसानों ने एकजुटता जाहिर की।
इसी बीच गेट पर ही पहुँचे नगर मजिस्ट्रेट प्रदीप वर्मा को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से किसानों ने अग्निपथ योजना को देश की सुरक्षा और युवाओं के भविष्य के लिए खतरा बताया। ज्ञापन में योजना की वापसी, अग्निपथ विरोधी प्रदर्शनों में शामिल युवाओं के खिलाफ दर्ज सभी झूठे मुकदमे वापस लेने और गिरफ्तार युवाओं करते हुए आंदोलनकारियों को नौकरी से बाधित करने की शर्त हटाने की मांग भी की।