अलीगढ मीडिया डॉट कॉम,अलीगढ| भारत को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने हेतु पोषण सहायता के क्रम में जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट सभागार में 5 गोद लिए गए क्षय रोगियों को पुष्टाहार प्रदान किया। जिलाधिकारी ने सभी जनपदवासियों से अपील की कि अगर आपको या आपके किसी प्रियजन को दो हफ़्तों से ज्यादा खांसी- बुखार हो, वजन कम हो तो तुरंत निकटम सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर निःशुल्क जांच कराएं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज त्यागी ने बताया 5 में से 4 मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ हो चुके हैं एक मरीज अभी इलाज पर चल रहा है जिसकी देखभाल क्षय रोग विभाग की जिला स्तरीय टीम द्वारा जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अनुपम भाष्कर के नेतृत्व में की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिला क्षय रोग विभाग द्वारा उपचार और आधुनिक जांच निःशुल्क होने के साथ-साथ क्षय रोगियों को इलाज के दौरान पोषण के लिए 500 रुपये का पोषण भत्ता हर माह इनके खाते में भेजा जा रहा है। विभाग क्षय उन्मूलन के लक्ष्य को जल्द से जल्द प्राप्त करने के लिए हर टीबी मरीज को निक्षय मित्रों के सहयोग से प्रत्येक माह पौष्टिक आहार (पोषाहार) वितरित कर रहा है।
जिला कार्यक्रम समन्वयक सतेन्द्र कुमार ने बताया कि टीबी कोई असाध्य बीमारी नहीं है। टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए अभियान तेज किया गया है। मरीजों की देखभाल के लिए उन्हें गोद लेने की योजना शुरू हुई है। इसमें कोई भी नागरिक एक या एक से अधिक मरीज को गोद लेकर उनकी देखभाल और मदद कर सकता है। उन्होंने कहा कि टीबी मरीजों को गोद लेने का उद्देश्य सिर्फ उपचार मुहैया कराना नहीं है, बल्कि मरीजों की मदद करना है। टीबी मरीजों के स्वास्थ्य का ख्याल रखना हमारी प्राथमिकता है। सही समय पर बीमारी का पता चल जाए तथा उन्हें सही उपचार और पोषण दिया जाए तो इलाज हो सकता है। उन्होंने कहा कि आसपास कोई भी टीबी का मरीज है तो उसे क्षय रोग केंद्र अवश्य ले जाएं। वहां उन्हें उचित इलाज दिया जाएगा।
कार्यक्रम में जिला पीपीएम समन्वयक पीयूष अग्रवाल, कुलदीप शर्मा, देश दीपक, अरविंद कुमार आदि के साथ स्वास्थ्य विभाग के लोग उपस्थित रहे।
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