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बड़ीख़बर। 21औऱ 22 सितम्बर को सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालय रहेंगे बन्द

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*जिलाधिकारी ने भारी बरसात के दृष्टिगत कक्षा 01 से 08 तक के विद्यालय किये बन्द*

*डीएम की जनमानस से अपील, भारी बारिश सेे बचाव को लेकर अपनाएं सुरक्षात्मक तरीके*

*जलभराव वाले स्थानों व बिजली के खंभों से बनाएं दूरी -डीएम*

*जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बारिश के दृष्टिगत जारी की एडवाइजरी*


अलीगढ़ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़ 20 सितंबर 2022 (सू0वि0)। जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने मौसम विभाग द्वारा जारी की गयी एडवाइजरी के चलते जनपद के कक्षा 01 से 08 तक के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों को तत्काल प्रभाव से आगामी दो दिन के लिये बन्द करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक सुभाष गौतम एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सतेन्द्र कुमार ढ़ाका को निर्देशित किया है कि निर्देशों को कड़ाई से अनुपालन कराते हुए 21 व 22 सितम्बर को सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों को बन्द कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि विगत दो दिनों से लगातार हो भारी बरसात के दृष्टिगत जगह-जगह निचले स्थानों पर जलभराव की स्थिति बन गयी है। मौसम विभाग द्वारा आगामी दो दिन और भारी बरसात के संकेत दिये गये हैं जिससे बच्चों को स्कूल पहुॅचने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। बच्चों को सुरक्षित रखने के लिये स्कूलों को तत्काल प्रभाव से बन्द कराया गया है। 

..बरसात के दौरान बरतें सावधानी:

DM इन्द्र विक्रम सिंह ने जनसामान्य से अपील की है कि अतिवृष्टि के दौरान सतर्क रहें, ऐसे स्थानों पर ना जाएं जहां जलभराव की स्थिति बनती है। गहरे स्थानों, नदी, नालों, नहरों, तालाब, डैम, कुंए इत्यादि स्थानों पर जाने से बचें। प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों पालन करते हुए प्रशासन का सहयोग करें। विगत दो दिनों से लगातार रूक-रूक कर बरसात हो रही है, पुराने, जर्जर भवन के नीचे निवास न करें। उन्होंने कहा कि बारिश और खराब मौसम के दौरान यथासंभव अतिआवश्यक हो तभी घर से बाहर निकलें। बारिश के दौरान बिजली के खंभों में करंट उतरने की संभावना अत्यधिक रहती है, इसलिए बिजली के ख्ंाभों के किनारे कतई न जायें। बच्चों पर विशेष निगरानी रखें कि वे जलभराव वाले स्थान पर न जाने पाएं।

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा भारी बारिश के दृष्टिगत एडवाइजरी जारी कर बचाव व सुरक्षा के उपाय बताए गए हैं। जिला आपदा विशेषज्ञ ने बताया कि भारी वर्षा से नदी के निचले हिस्से में अचानक जल-स्तर बढ़ सकता है, ऐसी स्थितियों में छोटी नदियों और नालों से दूर रहने की आवश्यकता है। हमें नदियों के किनारे या धान के खेतों के नज़दीक वाहन चलाने से बचना चाहिए। धान के खेतों में पानी भर जाने पर यह तय करना मुश्किल हो जाता है कि सड़क और पानी के बीच की सीमा कहाँ है। ज़रा-सी चूक होने पर वाहन खेत में गिर सकता है। ध्यान रखें कि मूसलाधार बारिश के समय आप जिस सड़क से गुजरें करें वह सुरक्षित हो, फिर भले ही आप उस सड़क से अच्छी तरह वाकिफ क्यों न हों।

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जनसामान्य को आकाशीय बिजली से बचाव के लिये ’’दामिनी एप’’ का प्रयोग करने की सलाह दी गई है। किसानों और पशुपालकों को सलाह दी गई है कि अपने मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर रखें। जलभराव के कारण सर्पदंश की घटनाएं संभावना भी बढ़ जाती हैं, ऐेसे घरों में सावधानी बरतें तथा सांप काटने पर तुरन्त अपने निकटतम सीएचसी या जिला अस्पताल जाकर एन्टी स्नेक वेनम का इंजेशन लगवाएं।

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