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सूखा और अतिवृष्टि पर मुआवजे मांग को लेकर किसान संगठनों मुख्यमंत्री से की मांग

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जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन 

सर्वे पर आपत्ति, दोबारा सर्वे की मांग, 

कल मंडलायुक्त से मिलेंगे किसान नेता


अलीगढ मीडिया डॉट, अलीगढ़। तीन दिनों की अतिवृष्टि से फसल के नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए किसान संगठनों ने मुआवजे की मांग की। भाकियू ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुँचकर ज्ञापन सौंपा। वहीं दूसरी ओर राजा महेन्द्र सिंह पार्क में क्रांतिकारी किसान यूनियन और किसान सभा ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपे। 

  ज्ञापन में पिछले दिनों सूखे पर शासन को भेजी सर्वे रिपोर्ट पर आपत्ति दर्ज की। किसानों में इस बात पर नाराजगी है कि जिला प्रशासन ने अपनी सर्वे रिपोर्ट में जिले में सूखे से कोई नुकसान न होने की निराधार बात कही है। वहीं अब तीन दिन की अतिवृष्टि में बीस फीसदी कम नुकसान बताया जो मुआवजे के दायरे में नहीं आता। शासन को भेजी गई रिपोर्ट के प्रति छेरत में हुई किसान बैठक में भी विरोध हुआ था। 

   दोबारा गहन सर्वे की मांग ज्ञापन में की गई है। इसके अलावा  सूखा और अतिवृष्टि से नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए 25 हजार प्रति एकड़ की आर्थिक सहायता दी जाए। लंपी वायरस से मरने वाली गायों से आर्थिक नुकसान झेल रहे पशुपालकों को 30 हजार प्रति पशु की सहायता दी जाए। अतिवृष्टि से किसानों के घरों, पशुशालाओं में भारी टूट और नुकसान हुआ है, ऐसे परिवारों का शीघ्र सर्वे कर आर्थिक मदद दी जाए। 

अतिवृष्टि के समय बिजली करंट और टूटे पेड, छत, टीन शेड के नीचे दबने से कई किसानों के मरने या घायल होने की खबर है। इस दैवीय आपदा या बिजली करंट से मरने वाले किसान परिवार को 25 लाख और घायलों को इलाज की नि:शुल्क सुविधा के साथ आर्थिक सहायता दी जाए।  सूखे और अतिवृष्टि के दौरान यानी जून से सितंबर तक का बिजली बिल माफ किया जाए। 

    भाकियू की ओर ज्ञापन देने वालों में मंडल प्रभारी विमल तोमर, जिलाध्यक्ष ओ पी कमांडो,  गौरव चौधरी, धर्मेन्द्र सिंह, रामकुमार चौधरी, किसान सभा की ओर से जिलाध्यक्ष सूरजपाल उपाध्याय, जिलासचिव इदरीश मोहम्मद, सत्यवीर चौधरी, कर्मवीर चौधरी और क्रांतिकारी किसान यूनियन की ओर से मंडल प्रभारी सुरेश चन्द्र गांधी, जिलाध्यक्ष कमलेश यादव, नगेन्द्र चौधरी, मीडिया प्रभारी डा संजीव यादव प्रमुख रूप से शामिल रहे। 

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