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"...यदि मुझे थर्ड डिग्री देने अथवा मेरी आबरू पर हाथ डालने का प्रयास किया तो आत्महत्या कर लूंगी", बरला पुलिस पर किशोरी के गंभीर आरोप!

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किशोरी ने पुलिस पर लगाया टार्चर करने का आरोप

पिता द्वारा महिला को ले जाने की शिकायत पर नाबालिक बेटी को पुलिस कर रही परेशान।

डीजीपी तक पहुंची शिकायत


अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ/बरला : भट्टा पर मजदूरी करने के दौरान एक महिला को लेकर फरार होने की शिकायत के बाद पुलिस अधेड़ की नाबालिक बेटी को परेशान कर रही है, किशोरी ने पुलिस पर घर में तोड़फोड़ कर  चाचा को छत पर फेंक देने का आरोप लगाते हुए उच्चाधिकारियों से शिकायत की है। मामला बरला गांव के माजरा अलफपुर का है, यहां का निवासी 45 वर्षीय यामीन की पत्नी की सात साल पहले मौत हो गई थी, 15 वर्षीय बेटी का पिता यामीन गांव दिलालपुर के निकट स्थित भट्टा पर मजदूरी कर बेटी का पालन पोषण कर रहा था। किशोरी के मुताबिक 31 अगस्त को भट्टे पर गए पिता वापस नहीं लौटे, अगले दिन घर पुलिस आई जिसने बताया कि तेरा पिता पास के गांव की महिला को भगा ले गया है, उसका पता चले तो हमें बताना।


 किशोरी ने मीडिया को बताया कि अगले दिन दोपहर को तीन पुलिस वाले आए और अभद्रता करते हुए दो दिन में पिता को खोजने वरना जेल भेजे जाने की धमकी देकर गए। आरोपी है कि गुरुवार शाम को फिर से पुलिस वाले आए जो घर के तोड़फोड़ करते हुए छत पर चढ़ गए, ऊपरी मंजिल पर मौजूद चाचा को पीटते हुए छत से नीचे फेंक दिया, इतने पर भी मन न भरा तो नीचे आकर चाचा को पैर पकड़कर खींचते हुए पीटा, जिससे उसका दायां पैर टूट गया। पुलिस के तुगलकी रवैये की शिकायत लेकर किशोरी शुक्रवार को एसएसपी दफ्तर पहुंची, एसएसपी से मुलाकात न होने पर किशोरी ने पुलिस महानिरीक्षक से लेकर महिला आयोग तक ईमेल द्वारा शिकायत की है।

        बरला थाना अंर्तगत गांव अलफपुर की रहने वाली १५ साल की लड़की ने ईमेल के जरिये भेजी शिकायत में कहा है  कि मेरी मां की सात वर्ष पूर्व मौत हो गई थी, में इकलौती संतान हूं। एक ही मकान में उपरी मंजिल पर मेरे चाचा सत्तार खां, व गफफार खां रहते है। नीचे तल में में और मेरे पिता रहते हैं। मेरे पिता यामीन खां गांव के पास ही भटटे पर मजदूरी करते थे। दिनांक 3.8.2022 को वो रोजाना की तरह भटटे पर मजदूरी गए थे, मगर वापस नहीं लौटे, उनका मोबाइल नं0 8954361267 बंद आने लगा। अगले दिन उन्हें पूछने पुलिस वाले घर आए, जिन्होंने बताया कि तेरे पिता पड़ोसी गांव दिलालपुर निवासी पप्पू सिंह की पत्नी सीमा को लेकर चला गया है, तुझसे वो संपर्क करे तो हमें बताना।


इसके बाद दिनांक 31.8.2022 को करीब 2:30 बजे में घर पर अकेली थी, उपरी मंजिल पर मेरी बुजुर्ग दादी थी तभी हल्का इंचार्ज तीन पुलिस वाले मेरे घर में घुस आए, मुझे गंदी गंदी गालियां देते हुए कहने लगे कि अगर दो दिन में तेरा बाप न आया तो तुझ सहित पूरे परिवार को जेल भेज देंगे। मेरे चाचा आदि परिवारीजनों को ये पता चलने पर वह बुरी तरह से डर गए। दिनांक 01.9.2022 को शाम 7:00 बजे के करीब एसओ साहब दो तीन पुलिस वालों के साथ आए और धड़धड़ाते हुए मेरे घर में घुस आए और पूछने लगे कि तेरा बाप मिला कि नहीं मैंने रोते हुए कहा साब में कहां तलाशू खाने तक के लाले हैं। इतना सुनते ही एसओ साहब भददी गालियां देते हुए बोले कि वो न मिला तो तुझे चौराहे पर नंगी करके गांव में घुमाउंगा, और तमतमाते हुए पैर मारकर चल्हें बर्तन व खाने के सामान को बिखेर दिया, और पुलिस वालों से कहने लगे कि घर में जितने भी लोग लुगाई हैं सबको लादकर थाने ले चलो, उनके आदेश पर पुलिस वाले उपरी मंजिल पर दौड़े मेरे चाचा सत्तार खां घर पर मौजूद थे, जिन्हें पकड़कर पीटते हुए छत से धक्का मारकर नीचे फेंक दिया। गांव वालों के सामने ही छत से नीचे पहुंचे पुलिस वालेउन्हें टांग पकडकर घसीटने लगे, लातों से पीटा, चाचा के दाएं पैर में फ्रैक्चर हो गया, उनपर उठा नहीं गया तब छोड़कर चले गए।

60 वर्षीय पप्पू ने तीन साल पहले बिहार की रहने वाली सीमा 40 वर्ष को भटटे पर काम करने वाले एक व्यक्ति से 40 हजार रूपये में खरीदा था। मुझे आशंका है कि मेरे पिता व सीमा की गलत हरकत देखकर दबंग पप्पू आदि ने मेरे पिता व सीमा की हत्या ही कर दी हो। यदि मेरे पिता सीमा को ले जाने के दोषी भी है तो पुलिस उन्हें तलाशकर जेल भेजे। दोनों पहलुओं पर जांच करे। पुलिस की थर्ड डिग्री से मेरा परिवार बेहद डरा हुआ है, सभी मर्द घर छोड़कर भाग गए है। में और वृद्ध दादी घर पर हैं। दबिश देने के बहाने पुलिस वालों से मेरी जान व आबरू को खतरा बना हुआ है। यदि मुझे थर्ड डिग्री देने अथवा आबरू पर हाथ डालने का प्रयास किया तो में आत्महत्या कर लुंगी जिसके जिम्मेदार एसओ बरला, हल्का इंचार्ज दारोगा व सिपाही होंगे।

वहीं अलीगढ मीडिया डॉट कॉम ने जब मामले में एसओ बरला से बातचीत की तो उनका कहना है कि पुलिस की टीम पूंछताछ के लिए किशोरी के घर गयी थी| वह पुलिस की पूछताछ से डर गयी है उसे ऐसा लगा रहा है कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न हो जाये इसलिए बचाव के लिए ऐसा आरोप लगा रही है| पुलिस की और से किशोरी से कोई गलत व्यवहार नहीं किया गया है| 

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