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Aligarh| सभी विभाग एक साथ जुटकर-समन्वय स्थापित करें, अगले 20 दिन बेहद महत्वपूर्ण: मंत्री

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मंत्री ने डेंगू व संचारी रोगों के लिए अलीगढ़ प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम के प्रयासों के बारे में जानकारी प्राप्त कर अधिनस्थों को दिए निर्देश

डेंगू की रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों से डीएम ने मंत्री को कराया अवगत

अलीगढ मीडिया डॉट कॉम,अलीगढ| उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा डेंगू और संचारी रोगों की रोकथाम के लिए समीक्षा करने के लिए नामित किए गए मा. राज्यमंत्री संसदीय कार्य चिकित्सा शिक्षा मातृ शिशु एवं परिवार कल्याण श्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने सर्किट हाउस सभागार में जिला प्रशासन स्वास्थ विभाग, नगर निगम एवं नगरीय निकायों के अधिकारियों के साथ डेंगू और संचारी रोगों की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। मा. मंत्री जी ने सभी विभागों को एकजुट होकर आपस में समन्वय स्थापित कर डेंगू की रोकथाम, व्यापक प्रचार-प्रसार, लक्षण वाले मरीजों को हर संभव राहत उपलब्ध कराने, फॉगिंग एंटी लारवा, डेंगू की जांच, स्वास्थ्य परीक्षण को युध्दस्तर पर कराए जाने, ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र में आशा बंहुओं का व्यापक सहयोग लेने के निर्देश दिए। मा. मंत्री जी ने कहा कि सभी विभाग आपस में समन्वय स्थापित करें। आने वाले 20 दिन महत्वपूर्ण हैं। स्वच्छता पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाए। नाले- नालियों की सफाई, सड़क की सफाई एंटी लारवा का छिड़काव कराएं।


          मंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा डेंगू, मलेरिया एवं अन्य प्रकार के संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण किया जा रहा है। मरीजों का त्वरित इलाज सर्वाेच्च प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर डेंगू प्रकोप समेत संचारी रोगों के लिए चलाए जा रहे अभियान की फीडबैक प्राप्त करते हुए कहा कि संचारी रोगों से निपटने के लिए सरकारी चिकित्सालयों में सुविधाएं एवं उच्च चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है। अधिशासी अधिकारियों एवं जिला पंचायतीराज अधिकारी को निर्देशित किया कि निकायों एवं ग्राम पंचायतों में अभियान चलाकर साफ सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, सड़कों एवं गलियों के आसपास उगी झाड़ियों का कटान कराते हुए स्थान साफ कराए जाएं। जलभराव वाले स्थानों पर जल निकासी एंटी लारवा एक्टिविटी एवं फागिंग कराई जाए।


   उन्होंने सीएमओ को निर्देशित किया कि जिला मलेरिया अधिकारी अपनी टीम के साथ निरंतर भ्रमणशील रहकर डेंगू या मलेरिया लक्षण वाली बीमारी का तुरंत संज्ञान लेकर स्लाइड्स तैयार करने के साथ समुचित उपचार कराया जाए। जागरूकता, प्रचार-प्रसार एवं मरीजों के चिन्हांकन में आशा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की महत्वपूर्ण भूमिका है, उनका सहयोग प्राप्त किया जाए। मंत्री जी ने आम जनमानस से कहा कि वह घबराए नहीं। सावधानी एवं जागरूकता से डेंगू को हराया जा सकता है। सरकारी चिकित्सालयों में बेहतर उपचार, दवाइयां एवं प्लेटलेट्स की पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध है। मौसम में परिवर्तन के कारण मच्छर जनित बीमारियां, डेंगू, मलेरिया के फैलने की आशंका ज्यादा रहती है, इसलिए जागरूकता के साथ अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है।


     उन्होंने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ ही अन्य सहयोगी विभागीय अधिकारियों को आपस में समन्वय रखते हुए फील्ड में उतर कर स्थिति पर निगाह रखने के निर्देश दिए और कहा कि वह हर हाल में डेंगू के प्रसार या लक्षण वाली बीमारी पर प्रभावी नियंत्रण बनाए रखने के लिए हर जरूरी कदम उठाएं। सर्विलांस की गतिविधियां बढ़ाई जाएं। डेंगू से प्रभावित एवं लक्षण वाले मरीजों को तत्काल मिशन मोड पर चिकित्सकीय परामर्श समुचित इलाज में दवाइयां उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि अस्पताल पहुंचने वाले हर मरीज को जरूरी उपचार प्राप्त हो।


          इंटरनेट मीडिया के माध्यम से डेंगू को लेकर तरह तरह का भ्रम व भय फैलाए जाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गये। उन्होंने कहा कि ऐसा करने वालों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। जिला चिकित्सालय में ब्लड कंपोनेंट सेपरेटर यूनिट हर हाल में चालू होनी चाहिए। चिकित्सालय में मरीजों की भर्ती के लिए पर्याप्त बैड्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, यदि आवश्यकता हो तो बेड की संख्या बढ़ाई जाए। डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की टीम मरीजों पर अच्छे से निगरानी कर समुचित देखभाल करें।


          नगरायुक्त अमित आसेरी ने नगरीय क्षेत्र में डेंगू और संचारी रोगों की रोकथाम के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि नगर निगम में 16 फॉगिंग मशीन, एक बड़ी मशीन और 40 बैक पैक मशीनों से एंटी लारवा कराए जाने, डिजिटल कंट्रोल एंड कमांड सेंटर सेट, डेंगू मरीज की मॉनिटरिंग, उसके आवास व उसके आसपास के क्षेत्रों में सूचना प्राप्त होते ही युद्ध स्तर पर फॉगिंग और एंटी लारवा का छिड़काव कराया जा रहा है। डोर टू डोर कूड़ा उठाने की व्यवस्था में लगे वाहनों द्वारा डेंगू संचारी रोगों और पीए सिस्टम के माध्यम से जनहित संदेश व उपाय का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है।


          सीएमओ डा0 नीरज त्यागी ने बताया कि जिला मलेरिया अधिकारी के नेतृत्व में गठित टीमों द्वारा जनपद के विभिन्न स्थलों, भवनों का निरीक्षण किया जा रहा है। लार्वा रोधी रसायन का छिडकाव किया जा रहा है। क्षेत्रीय जनता को घर के आस-पास पानी जमा न होने, पानी से भरे हुए बर्तन एवं टंकियों को ढक कर रखने, हर सप्ताह कूलर के पानी को खाली करके साफ़ कपड़े से पोछ कर सूखा एवं साफ़ करने के बाद ही पुनः प्रयोग में लाने, पूरी बांह के कपड़े पहनने, बच्चों को घर से बाहर न निकलने, मच्छर रोधी क्रीम लगाने एवं मच्छरदानी में रहने तथा डेंगू एवं मच्छर जनित रोगों से बचाव हेतु “क्या करें, क्या न करें” सम्बंधित स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान की जा रही है।


          मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के उपायों के लिये वाटर टैंक व कंटेनर को ढक कर रखने, घर के अंदर व आसपास पानी को जमा न होने देने, अनावश्यक कन्टेनर, कबाड़, टायर व नारियल के खोल में पानी जमा न होने देने एवं तत्काल उसका निस्तारण सुनिश्चित करने, प्रत्येक सप्ताह कूलर का पानी बदले जाने, कूलर में ज्यादा दिनों तक पानी जमा न होने देने, बर्ड बाथ, फूलदान में प्रत्येक सप्ताह पानी बदले जाने के बारे के विस्तार से जागरूक किया जा रहा है।


          आम जनमानस को स्वयं बचाव के उपायों के लिये सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करने, दिन के समय मच्छरों के काटने से बचने के लिए फुल सिलिव्स के कपड़े पहनने, बुखार आने पर चिकित्सक की सलाह पर दवा का उपयोग करने के लिए भी समझाया जाता है। इसके साथ ही घर में या घर के आस पास कूलर, बाल्टी, बैरल, फूलदान, बर्ड बाथ, फ्रीज़, टायर व नारियल के खोल में पानी जमा न होने देने, टूटे बर्तन, अनुपयोगी बोतल, टिन, पुराने टायर, और कबाड़ को घर मे न जमा होने देने और न ही घर के पास उन्हें फेंकने की नसीहत दी जाती है। साथ ही उक्त चीज़ों का उचित निस्तारण सुनिश्चित कराने के लिए भी कहा जाता है ताकि मच्छरों की ब्रीडिंग न होने पाए।   बुखार होने पर स्वंय से दवा न करने, चिकित्सक के परामर्श के उपरान्त ही दवा का उपयोग करने के बारे में विस्तार से टीम द्वारा बताया समझाया जाता है।


          मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 नीरज त्यागी ने बताया कि विगत वर्ष 1407 डेंगू के मामले प्रकाश में आये थे। वर्तमान में 7 नवम्बर तक 262 मामले संज्ञान में आ चुके हैं। शहरी क्षेत्र में 177 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 85 मामले हैं। अब तक 3597 जॉच की गयीं हैं। चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या 11 एवं मलेरिया के 36 मामले प्रकाश में आये हैं। जनवरी से अब तक 209169 जॉच की गयी हैं। सीएमओ एवं सीएमएस ने जनपद में चिकित्सकों की कमी के बारे में जानकारी देते हुये रिक्त पदांे को भरे जाने की भी मॉग की। जनप्रतिनिधियों की मॉग पर डीएम ने सीएमओ को संचालित व्हाटसएप ग्रुप में उन्हेें जोडे जाने के निर्देश दिये ताकि की जा रही कार्यवाहियों से वह अवगत रहें। डीएम ने सभी एमओआईसी को ग्राम स्वच्छता समिति में प्राप्त धनराशि का समुचित व्यय करने के भी निर्देश दिये।


          समीक्षा बैठक में शहर विधायक श्रीमती मुक्ता संजीव राजा, पूर्व विधायक संजीव राजा, महामंत्री शिवनारायण शर्मा, जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डीपी पाल, नगर आयुक्त अमित आसेरी, सीएमएस जेएनएमसी प्रो0 राकेश भारद्वाज, सीएमएस मलखान चिकित्सालय डा0 ईश्वर देवी बत्रा, सीएमएस महिला चिकित्सालय रेनू शर्मा, डीपीआरओ धनंजय जायसवाल सहित नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं अधिशासी अधिकारी मौजूद थे।

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