जनता से वित्तपोषित, UPI, PhonePe, और PayTM: 9219129243

एएमयू के इंजीनियरिंग छात्रों को हाइब्रिड वाहन के लिए मिला ‘द बेस्ट इनोवेशन अवार्ड’

0


अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़, 12 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) द्वारा  ‘महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ समारोह के तहत आयोजित 16 दिवसीय कार्यक्रम की समाप्ति पर आयोजित महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए कार्यक्रम में लिंग आधारित हिंसा से मुक्त दुनिया बनाने के लिए समर्पित नीति निर्माण और संसाधनों का आह्वान किया गया।


समापन समारोह में, मुख्य अतिथि और प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ डॉ हमीदा तारिक़ ने कहा कि यह महिलाओं के खिलाफ हिंसा को खत्म करने के लिए प्रतिबद्धताओं को पूरा करने और इस के लिए बेहतर रणनीति बनाने का अवसर है। उन्होंने कहा कि चूंकि महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा एक व्यापक समस्या बनी हुई है, इसलिए महिलाओं के खिलाफ हिंसा की रोकथाम, इस मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने, जीवन के सभी क्षेत्रों में परामर्श को बढ़ावा देने और महिलाओं के लिए बेहतर अवसर पैदा करने के लिए समाज को संगठित करना आवश्यक है।


मानद अतिथि, प्रोफेसर नईमा खातून ने कहा कि घरेलू हिंसा एक महामारी है और इसके खिलाफ सार्वजनिक रूप से बोलकर हम नजरिए को चुनौती दे सकते हैं और दुनिया को दिखा सकते हैं कि लिंग आधारित हिंसा की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह संतोष का विषय है कि एएमयू छात्रायें इस चुनौती को लेकर काफी जागरूक हो रही हैं।


आईसीसी की पीठासीन अधिकारी प्रोफेसर सीमा हकीम ने कहा कि देश और दुनिया भर के लोगों को यह समझने की जरूरत है कि जब हम घरेलू हिंसा के बारे में बात नहीं करना चुनते हैं, तो असल में हम इस मुद्दे से कतरा रहे होते हैं। यह सही समय है कि हम एकजुट होकर यह दिखाएं कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा को किसी भी रूप में, किसी भी संदर्भ में और किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


डॉ. हमीदा ने प्रोफेसर नईमा, प्रोफेसर शाहीन और प्रोफेसर सीमा हकीम प्रो. शमीम जहां रिज़वी व डाक्टर नफीस फैजी के साथ महिला मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए आयोजित पोस्टर और नारा लेखन प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए।


16 दिवसीय कार्यक्रम में संवेदीकरण कार्यशाला, इंटरैक्टिव सत्र, नुक्कड़ नाटक, लघु फिल्मों की स्क्रीनिंग, पोस्टर और स्लोगन प्रदर्शनी, पैनल चर्चा, राष्ट्रीय सेवा योजना के सहयोग से विश्वविद्यालय डक पॉइंट तक जागरूकता मार्च और महिलाओं के मुद्दों पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों और संकायों के शिक्षकों द्वारा व्याख्यान भी शामिल थे। महिला मुद्दों पर लैंगिक संवेदनशीलता और जागरूकता पर एक पुस्तिका की प्रतियां भी शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को वितरित की गईं।

प्रोफेसर संगीता सिंघल ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया और अदीबा नसीम ने समापन कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम के आयोजन में आंतरिक शिकायत समिति सदस्य श्री जावेद सईद, डा.फजीला शाहनवाज, डा. सुबूही अफजज़ल व सुश्री अीला सुलताना का सक्रिय योगदान रहा।


---------------------------


अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित

अलीगढ, 12 दिसंबरः अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के बॉयज़ पॉलिटेक्निक के मैकेनिकल इंजीनियरिंग सेक्शन द्वारा हाल ही में ‘सामग्री, डिजाइन और विनिर्माण में प्रगति’ पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (आईसीआरएएमडीएम-22) का आयोजन किया गया। सम्मेलन में देश-विदेश से लगभग 57 पत्र प्रस्तुत किये गए।


मुख्य अतिथि, प्रो-वाइस-चांसलर, प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज़ ने अनुसंधान और नवाचार पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी शैक्षणिक संस्थान की रीढ़ हैं। उन्होंने कहा कि एएमयू हमेशा ऐसे आयोजनों को बढ़ावा देता रहा है। उन्होंने प्रतिभागियों को विश्वविद्यालय के हरित और स्वच्छ परिसर का आनंद लेने के लिए भी आमंत्रित किया। प्रोफेसर एसएस धामी, एनआईटीटीटीआर, चंडीगढ़ और डॉ विनोद कुमार, मुख्य महाप्रबंधक, आर एंड डी, सेल, रांची ने मुख्य भाषण प्रस्तुत किये।


इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय के डीन प्रोफेसर एम अल्तमश सिद्दीकी ने अपने स्वागत भाषण में सम्मेलन के विषय के महत्व पर बात की।


यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के प्राचार्य प्रोफेसर अरशद उमर ने अपने स्वागत भाषण में सम्मेलन का अवलोकन प्रस्तुत किया और कहा कि सम्मेलन को शोधकर्ताओं और संकाय सदस्यों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली। उन्होंने यह भी बताया कि प्रतिभागियों द्वारा हाइब्रिड मोड में चार तकनीकी सत्रों में प्रकाशित लेख प्रस्तुत किए जाएंगे। डॉ शुजात यार खान, प्रभारी एमईएस अनुभाग ने धन्यवाद ज्ञापित किया।


----------------------------

एएमयू के इंजीनियरिंग छात्रों को हाइब्रिड वाहन के लिए मिला ‘द बेस्ट इनोवेशन अवार्ड’अलीगढ़, 12 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के छात्रों के एक समूह, एसएई जेडएचसीईटी कॉलेजिएट क्लब की टीम ग्रीन वॉरियर्स ने लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, पंजाब में आयोजित ईएफएफआई एवं साइकिल 2022 में मानव और इलेक्ट्रिक ड्राइव ट्रेन द्वारा संचालित तीन पहियों वाले पर्यावरण के अनुकूल वाहन को डिजाइन करने के लिए ‘द बेस्ट इनोवेशन अवार्ड’ प्राप्त किया।


इस कार्यक्रम में एएमयू के छात्रों का विभिन्न आईआईटी, एनआईटी और अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों की टीमों से मुक़ाबला था। टीम ग्रीन वारियर्स के कप्तान, शादाब खान ने कहा कि हमारे हाइब्रिड वाहन को गैर-पारंपरिक तरीकों से बैटरी चार्ज करके संचालित किया जा सकता है और इसमें एक खुला सीवी, रास्पबेरी पाई, पाई कैमरा मॉड्यूल, उनींदापन चेतावनी प्रणाली, दुर्घटना और एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम जैसे एंटी-थेफ्ट, रिवर्स पार्किंग असिस्ट, मिनी-कंप्यूटर, स्पीडोमीटर और नेविगेशन से युक्त एक बुद्धिमान प्रणाली है।


टीम ग्रीन वॉरियर्स को बधाई देते हुए, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष, प्रोफेसर एम मुज़म्मिल ने कहा कि हमारे छात्रों द्वारा डिजाइन किए गए एर्गाेनोमिक और कुशल हाइब्रिड वाहन प्रदूषण के खतरनाक स्तर को समाप्त करने का समाधान पेश करते हैं।


एसएई जेडएचसीईटी कॉलेजिएट क्लब के शिक्षक सलाहकार डॉ सैयद फहद अनवर और नफीस अहमद ने कहा कि प्रोटोटाइप वाहन को बड़े समर्पण और कड़ी मेहनत के साथ डिजाइन, निर्मित और इकट्ठा किया गया था।

टीम ग्रीन वारियर्स में शादाब खान (कप्तान), इरम आबिद (उप कप्तान), अहराज शमीम (प्रबंधक), क्षितिज गुप्ता (कोषाध्यक्ष), सारिम खान (बिजनेस लीड), प्रत्यूष कौशिक (इलेक्ट्रॉनिक्स लीड), मिर्जा अहमद बेग, मयंक अवस्थी, मोहम्मद मुनाज़िर मैराज, मोहम्मद अफ़ज़ल, मोहम्मद शारिब, ज़ोया अहमद और सौम्या अग्रवाल शामिल हैं।


----------------------------


ऑनलाइन संगोष्ठी में एएमयू शिक्षक द्वारा व्याख्यान की प्रस्तुति

अलीगढ़ 12 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज के सामुदायिक चिकित्सा विभाग की डॉ. तबस्सुम नवाब ने आहार संबंधी आवश्यकताओं और प्रसव पूर्व महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए विभिन्न मुद्दों पर बात की और कहा कि फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, विटामिन डी, आयोडीन और मैक्रोन्यूट्रिएंट्स की कमी गर्भावस्था और भ्रूण-मातृ परिणामों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।


वह सामुदायिक चिकित्सा विभाग, डॉ बी.सी. रॉय मल्टी-स्पेशियलिटी मेडिकल रिसर्च सेंटर, आईआईटी खड़गपुर, द्वारा ‘महिला प्रजनन कल्याण और पोषणः एक व्यापक दृष्टिकोण’ विषय पर आयोजित एक ऑनलाइन संगोष्ठी में श्मातृ स्वास्थ्य और पोषणश् विषय पर व्याख्यान दे रही थीं।


संगोष्ठी में किशोर स्वास्थ्य, मातृ स्वास्थ्य, प्रजनन और यौन संचारित संक्रमण (आरटीआई/एसटीआई) और महिला प्रजनन पथ के कैंसर सहित महिलाओं के स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं में पोषण के महत्व से संबंधित मुद्दों को संबोधित करने की आह्वान किया गया।


उन्होंने गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ने के मुद्दे और भारतीय महिलाओं में गर्भकालीन मधुमेह के बढ़ते प्रसार पर चर्चा की और बेहतर स्वास्थ्य और अच्छे भ्रूण-मातृ परिणामों के लिए गर्भाधान से पहले मातृ पोषण के अनुकूलन पर बल दिया।

जन स्वास्थ्य, नर्सिंग और सामाजिक कल्याण सहित विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभागियों ने संगोष्ठी में भाग लिया।


-------------------------


एसटीएस स्कूल में सप्ताह भर चलने वाले खेल आयोजनों का समापन

अलीगढ 12 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सैयदना ताहिर सैफुद्दीन स्कूल द्वारा आयोजित अन्तर-हाउस स्पोर्ट्स इवेंट्स के दौरान वॉलीबाल में सफायर हाउस ने टोपाज हाउस को, फुटबाल में टोपाज हाउस ने रूबी हाउस को और टग ऑफ़ वॉर में सफायर हाउस ने एमराल्ड हाउस पर विजय प्राप्त की।

एथलेटिक्स में 100 मीटर दौड़ में एमराल्ड हाउस के अरसलान अनवर पहले, मोहम्मद उजैफ जहीर (सफायर हाउस) दूसरे और मोहम्मद औसाफ (रूबी हाउस) तीसरे स्थान पर रहे।


रिले रेस में टोपाज हाउस की टीम ने पहला, नीलम हाउस ने दूसरा और एमराल्ड हाउस ने तीसरा स्थान हासिल किया। क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में रूबी हाउस ने एमराल्ड हाउस को हराकर 70 रनों से मैच जीत लिया। ओवरऑल स्पोर्ट्स चौंपियनशिप की ट्राफी नीलम हाउस ने अपने नाम की और अबू तालिब को 19 छक्के मारने के लिए प्रिंसिपल द्वारा विशेष पुरस्कार दिया गया।


पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रोफेसर असफर अली खान (निदेशक, स्कूल शिक्षा निदेशालय) ने छात्रों को खेल गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया क्योंकि इससे उनमें अच्छे स्वस्थ्य के साथ ही टीम वर्क की भावना भी विकसित होगी।


स्कूल के प्रिंसिपल श्री फैसल नफीस ने इंटर हाउस खेल प्रतियोगिताओं के सफल आयोजन के लिए खेल शिक्षकों और अन्य अधिकारियों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि खेलकूद छात्र जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इस तरह की गतिविधियों में भाग लेने से छात्र विभिन्न प्रकार के कौशल, अनुभव, आत्मविश्वास और खेल भावना प्राप्त करते हैं। कार्यक्रम का संचालन गजाला तनवीर ने किया।


----------------------------

एएमयू में ‘अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस’ पर आयोजन

अलीगढ, 12 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में ‘अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस’ के उपलक्ष में ‘डिग्निटी, फ्रीडम एंड जस्टिस फॉर ऑल’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में शिक्षकों एवं छात्रों ने वैश्विक समानता, शांति, न्याय व मानवाधिकारों की सुरक्षा और इन मूल्यों के सम्मान के तरीकों पर बात की।


राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष, प्रो इकबालुर रहमान ने कहा कि मानवाधिकार दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करने वाले लिंग, आयु और नस्लीय असमानता के सभी मुद्दों तक फैले हुए हैं और चूंकि कई लोग इन मुद्दों से सम्बंधित समस्याओं के उत्पन्न होने पर अपनी बात कहने के लिए तैयार नहीं हैं, इस लिए यह जरूरी है कि लोगों को सशक्त बनाने के लिए कुशल समर्थन कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।


मानवाधिकार मुद्दों पर एक व्याख्यान देते हुए, प्रोफेसर रचना कौशल ने लोगों में उनके मूल अधिकारों और सभी मानवीय मूल्यों के लिए खड़े होने के बारे में जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता पर जोर दिया।


बॉलीवुड गीतकार और एएमयू के पूर्व छात्र अराफात महमूद ने मानवाधिकारों पर सशक्त कविताएं सुनाईं।


संगोष्ठी अध्यक्ष प्रोफेसर मोहम्मद नफीस अहमद अंसारी ने मानवाधिकारों की प्रासंगिकता और शासन के साथ इसके सकारात्मक और न्यायसंगत संबंधों पर बात की।कार्यक्रम संयोजक डॉ मोहम्मद आदिल गजनवी ने मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा के महत्व के बारे में बात की।परवेज आलम ने प्रासंगिक मानवाधिकार मुद्दों और उन्हें कैसे संबोधित किया जाए, इस पर प्रकाश डाला।

अरीब ने मानवाधिकारों के मूल तत्व के रूप में मानव गरिमा की अवधारणा को चित्रित किया, सलोनी कक्कड़ ने मानवाधिकारों के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की, फुरकान ने महिलाओं की गरिमा और दुर्दशा के बारे में बात की, जाह्नवी गुप्ता ने बच्चों में गरीबी के मुद्दे पर बात की और रुशदा सिद्दीकी ने अधिकारों के हनन पर एक कविता पाठ किया। डॉ राहत हसन ने धन्यवाद ज्ञापित किया


एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)