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एएमयू के वाणिज्य विभाग में बारह सप्ताह की उद्यमिता कार्यशाला का उद्घाटन

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अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़, उद्योग जगत के विशेषज्ञों और शिक्षाविदों ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग में शुरू हुई बारह सप्ताह की श्योर (उद्यमिता के माध्यम से शहरी नवीनीकरण को बढ़ावा देना) कार्यशाला के प्रतिभागियों को उद्यमशीलता और वित्तीय जानकारी प्रदान की।

एएमयू के वाणिज्य विभाग ने ह्यूस्टन विश्वविद्यालय (यूएसए) के बाउर कॉलेज ऑफ बिजनेस के सहयोग से इस कार्यशाला का आयोजन किया है।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए श्री अनिल कुमार वाष्र्णेय चार्टर्ड एकाउंटेंट और एएमयू के पूर्व छात्र ने प्रतिभागियों को करियर को विकसित करने और एक सफल उद्यमिता यात्रा के लिए कुशल बनाने में उपयोगी बातें बताईं।

लगातार उभरते सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने नई नीतियां बनाकर और उन्हें लागू करके इस क्षेत्र पर विशेष जोर दिया है।

श्री वाष्र्णेय ने कहा कि सरकार ने छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए ऋण प्रक्रिया को भी आसान बनाया है, इसलिए छात्रों और नवोदित उद्यमियों को इस क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाना चाहिए।

सत्र की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर मो मोहसिन खान, चेयरपर्सन, श्योर वर्कशॉप और वित्त अधिकारी, एएमयू ने कहा कि आर्थिक परिदृश्य न केवल भारत में बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी बदल रहा है, इसलिए उद्यमिता पर ध्यान देना और कम उम्र में कौशल हासिल करना महत्वपूर्ण है।

इससे पूर्व, कार्यशाला की संयोजक प्रोफेसर आसिया चैधरी ने कार्यशाला में आए संसाधन व्यक्तियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया।

सम्मेलन के विषय का परिचय देते हुए उन्होंने कहा कि श्योर कार्यक्रम अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और ह्यूस्टन विश्वविद्यालय (यूएसए) के बीच समझौते का परिचायक है। कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों, उद्योग विशेषज्ञों और कम संसाधन और भिन्न पृष्ठभूमि वाले समुदायों के संभावित उद्यमियों के बीच मूल्यवर्धित साझेदारी के लिए एक शैक्षिक मंच और नेटवर्किंग अवसर प्रदान करना है।

उन्होंने कहा कि कार्यशाला न केवल लेखांकन, कराधान, कानून, विपणन, वित्तीय साक्षरता, बैंकिंग, आदि के मामले में प्रतिभागियों के ज्ञान को बढ़ने में मदद करेगा, बल्कि जिला उद्योग केंद्र (डीआईसी), खरीदारों, आपूर्तिकर्ताओं और बैंकरों के साथ भी उनके संबंधों को बढ़ाएगा।

प्रोफेसर आसिया चैधरी ने आगे कहा कि प्रत्येक संभावित उद्यमी को एक वाणिज्य, अर्थशास्त्र और व्यवसाय प्रशासन पृष्ठभूमि वाले एक छात्र सलाहकार द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी जो उनमें नेतृत्व गुणों  के विकास के साथ ही उनके सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक अनुभव में बदलने में मदद करेगा।

विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर मो. नासिर जमीर कुरैशी, डीन, वाणिज्य संकाय ने कहा कि उद्यमी रोजगार पैदा करते हैं इसलिए एमएसएमई पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि सरकार इस क्षेत्र के लिए कई योजनाएं चला रही है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने देश के ग्रामीण और अब तक उपेक्षित क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दिया है और भारी निवेश आकर्षित किया है, इसलिए नवोदित उद्यमियों के लिए आगे आने और उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाने का यह सही समय है।

वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष, प्रोफेसर एस.एम इमामुल हक ने कार्यशाला के केंद्र बिंदु को चित्रित किया। उन्होंने कहा कि प्रतिभागियों को लेखांकन, वित्त, कानून, विपणन, रणनीति और अन्य संबंधित विषयों में प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्हें ये भी मालूम होगा कि एक उद्यमी कैसे बनना है और इसके लिए किन कौशलों की आवश्यकता है, इसलिए यह कार्यशाला व्यापार के गुर जानने का एक अच्छा अवसर है।

श्री शब्बीर अहमद हुर्रे ने धन्यवाद ज्ञापित किया। उद्घाटन सत्र का संचालन श्री मुशाहिद अली शम्सी ने किया।

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एबीके हाई स्कूल में विदाई कार्यक्रम आयोजित

अलीगढ़ 20 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एबीके हाई स्कूल-बॉयज में दसवीं कक्षा के छात्रों के लिए आयोजित विदाई कार्यक्रम में स्कूल के हेड ब्वाय अहमद फराज को मिस्टर एबीके, शहंशाह को मिस्टर फेयरवेल, शुभम कुमार को मिस्टर इवनिंग और हनी चैधरी को मिस्टर स्पोर्ट्स घोषित किया गया।

मुख्य अतिथि, एएमयू प्रॉक्टर, प्रोफेसर मोहम्मद वसीम अली ने छात्रों से एक अच्छा करियर बनाने और सर सैयद के सपनों को पूरा करने के लिए काम करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति को न केवल पढ़ाई में अच्छा होना चाहिए बल्कि एक अच्छा इंसान भी होना चाहिए।

प्राचार्या डा समीना ने अतिथियों का स्वागत किया और उन्हें स्मृति चिन्ह एवं पौधे भेंट भेंट किये। उन्होंने जीवन में अनुशासन के महत्व पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें नाटक, नृत्य, गीत व भाषण शामिल थे। अहमद फराज ने विदाई भाषण दिया।

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इंजीनियरिंग कालिज में एफडीपी आयोजित

अलीगढ़, 20 फरवरीः अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा एआईसीटीई ट्रेनिंग एंड लर्निंग (एटीएएल) के अंतर्गत स्पीच इनेबल्ड ऑटोमेशन टेक्नोलॉजीज पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया।

हाइब्रिड मोड में आयोजित प्रोग्राम के विभिन्न सत्रों को शिक्षकों और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए डिजाइन किया गया था, जिसका उद्देश्य वाक् स्वचालन प्रौद्योगिकियों में वर्तमान अत्याधुनिक का अवलोकन प्रदान करना था।

एफडीपी की शुरुआत आनलाइन सत्र से हुई, जिसमें समन्वयक प्रोफेसर उमर फारूक ने संक्षिप्त रूप से कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुत की और प्रख्यात वक्ताओं का परिचय कराया। उन्होंने आयोजन के लिए प्रायोजन और सहायता प्रदान करने के लिए एआईसीटीई ट्रेनिंग एंड लर्निंग (एटीएएल) की भूमिका की भी सराहना की।

6 दिवसीय ऑनलाइन सत्र के बाद औपचारिक ऑफलाइन उद्घाटन कार्यक्रम हुआ, जहां मुख्य अतिथि प्रोफेसर अल्तमश सिद्दीकी (डीन, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय) ने एफडीपी की आवश्यकता और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला, और मानद अतिथि प्रोफेसर एम एम सूफियान बेग (प्रिंसिपल, जेडएचसीईटी) ने इसकी विशेषताओं पर चर्चा की।

इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर एकराम खान ने प्रतिभागियों का स्वागत किया।

प्रतिभागियों ने एफडीपी में विषय के व्यापक कवरेज और प्रदान किए गए व्यावहारिक अनुभव की सराहना की। प्रतिभागियों को नेटवर्क बनाने का अवसर भी मिला।

समापन समारोह में मुख्य अतिथि प्रोफेसर फरीद गनी, जो सिग्नल प्रोसेसिंग एप्लिकेशन के क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं, ने उत्पादकता बढ़ाने, मानवीय त्रुटियों को कम करने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए स्पीच प्रौद्योगिकियों के महत्व पर जोर दिया।

इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर एकराम खान ने एफडीपी कार्यक्रम के महत्व को रेखांकित किया।

कार्यक्रम का समापन डॉ एम वाजिद द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।

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आरसीए की छात्रा ने मप्र न्यायिक सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की

अलीगढ़ 20 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के आवासीय कोचिंग अकादमी की छात्रा कशिश कुरैशी ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित मध्य प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज (जूनियर डिवीजन) परीक्षा 2021 में सफलता प्राप्त की है।

सुश्री कशिश को उनकी सफलता पर बधाई देते हुए, एएमयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर तारिक मंसूर ने उम्मीद जताई कि जज के रूप में उनका कार्यकाल शानदार होगा और वह अपने जूनियर्स के लिए एक उदाहरण बनेंगी।

निदेशक, आरसीए प्रोफेसर सगीर अंसारी ने कहा कि कशिश कुरैशी की सफलता उनके कठिन परिश्रम और शिक्षकों और विशेषज्ञों द्वारा प्रदान किए गए मार्गदर्शन का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए नियमित मॉक टेस्ट सीरीज आयोजित की गई और शिक्षाविदों और सेवानिवृत्त जजों द्वारा मॉक इंटरव्यू सत्र आयोजित किए गए।

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