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बिजली बिल घोटाले के पीडित किसानों के साथ चीफ ऑफिस पर प्रदर्शन| Aligarh Media

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*20 मार्च को दिल्ली किसान महापंचायत में सैकड़ों किसान होंगें शामिल*

23 मार्च को बिजली समस्याओं को लेकर किसान चीफ ऑफिस पर जुटेंगें

अलीगढ मीडिया न्यूज़ ब्यूरो, 15 मार्च, अलीगढ़। एमएसपी की कानूनी गारंटी और संपूर्ण कर्जा माफी जैसी बाकी मांग को लेकर किसान एकबार फिर दिल्ली में जुटेंगें। दिल्ली के रामलीला मैदान में देशभर से लाखों किसान संसद मार्च करेंगें। 

   जिले से दिल्ली महापंचायत में अधिकाधिक भागीदारी के लिए संयुक्त किसान मोर्चा की स्थानीय इकाई की बैठक संपन्न हुई। तस्वीर महल के पास क्रांतिकारी राजा महेन्द्र प्रताप सिंह पार्क में क्रांतिकारी किसान यूनियन, किसान सभा, भाकियू और जय किसान आन्दोलन के प्रतिनिधियों ने 19 तारीख को ही निजी साधनों, बसों एवं ट्रेनों से दिल्ली पहुँचने का निर्णय लिया। 

  दिल्ली महापंचायत में किसान एम एस पी की कानूनी गारंटी, संपूर्ण कर्जा माफी, किसान पेंशन, किसान बीमा, बिजली संशोधन विधेयक की वापसी, केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा टैनी की बर्खास्तगी,  आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज केसों की वापसी जैसी तमाम मांगों पर सरकार को घेरा जाएगा। 

   दिल्ली महापंचायत के मंच से राष्ट्रीय मांगों के साथ ही राज्य में किसानों को खेती के लिए फ्री बिजली, लगाए गए बिजली मीटरों की वापसी, बिजली बिलों के घोटाले, आवारा पशुओं का बंदोबस्त, खाद, बीज, कीटनाशकों की कालाबाजारी पर रोक जैसी मांगों पर आंदोलन का ऐलान होगा। 

  बैठक के दौरान जिले के आलू उत्पादकों के साथ सरकार के सौतेले व्यवहार पर नाराजगी जताई। राज्य सरकार ने आलू खरीद योजना में प्रदेश के प्रमुख आलू उत्पादक जिलों मथुरा, आगरा, अलीगढ़ को शामिल नहीं किया, जो अन्यायपूर्ण है। साथ ही 1200/- प्रति कुन्तल की लागत पर उगाए आलू का सरकार 650/- प्रति कुंतल देकर किसानों की बदहाली का मखौल उड़ा रही है। 

    बैठक में क्रांतिकारी किसान यूनियन के राज्य प्रभारी शशिकान्त, जिलाध्यक्ष नगेन्द्र चौधरी, मंडल प्रभारी सुरेश चन्द्र गांधी, भाकियू के वरिष्ठ नेता चौधरी नबाव सिंह, जय किसान आन्दोलन के आत्मप्रकाश सिंह, जगदीश शर्मा, कृपाल सिंह, धर्मपाल सिंह, सत्यवीर सिंह, विनय माथुर, मुकेश सूर्यवंशी, रिंकू शर्मा, प्रमोद कुमार वर्मा, रघुराज सिंह, ध्यानपाल सिंह, पप्पू सिंह, जुगेन्द्र सिंह, महेन्द्र सिंह, शेरसिंह, भगवती प्रसाद, सतीश शर्मा, भूदेव प्रसाद, शेरसिंह आदि प्रमुख किसान नेता शामिल रहे। 

 उधर बैठक के बाद सभी किसान  नेता मुख्य अधीक्षण अभियंता कार्यालय पहुँचे। वहाँ 1.85 करोड़ के बिजली बिल घोटाले के पीड़ित किसानों की समस्याओं का पिछले एक साल से कोई समाधान न होने पर नाराजगी जताई। मुख्य अभियंता की अनुपस्थिति में अधीक्षण अभियंता आर. पी. शर्मा के साथ किसान नेताओं की काफी कहासुनी हुई। किसान नेताओं ने एक हफ्ते का समय देते हुए शहीदेआजम भगतसिंह के शहादत दिवस के मौके 23 मार्च को बिजली समस्याओं को लेकर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। 

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