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टप्पल क्षेत्र में यमुना के तटीय ग्राम महाराजगढ़ में पहुंचे अलीगढ के डीएम, देखिये तस्वीरें


*जिलाधिकारी ने संभावित बाढ़ के दृष्टिगत टप्पल क्षेत्र में यमुना के तटीय ग्राम महाराजगढ़ में व्यवस्थाओं का लिया जायजा*

*डीएम-एसएसपी ने यमुना में उतर बढ़ते जलस्तर एवं बहाव को परखा*

*जिला एवं तहसील प्रशासन किसी भी प्रकार की समस्या एवं जनहानि न होने देने के लिए कटिबद्ध*

*बाढ़ चौकियों, पशु व स्वास्थ्य विभाग की टीमों को किया गया सक्रिय*

*ग्रामवासी अन्यथा पैनिक न हों, संभावित बाढ़ से निपटने के लिए आवष्यक उपकरण व संसाधन उपलब्ध*

*एसडीएम एवं तहसीलदार को तटीय ग्रामों में जलस्तर की निरंतर मॉनिटरिंग करते हुए सूचना प्रसारित करने के निर्देश*

अलीगढ मीडिया न्यूज़ ब्यूरो, अलीगढ़ 13 जुलाई 2023! जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने गुरूवार को टप्पल के तटीय क्षेत्र में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के साथ संभावित बाढ़ प्रभावित ग्राम महाराजगढ़ का दौरा कर बाढ़ आने की दशा में तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुए व्यापक स्तर पर उचित प्रबंध किए जाने के निर्देश दिये। उन्होंने चौपाल में संवाद स्थापित करते हुए ग्रामीणों से कहा कि उन्हें घबराने की आवश्यकता नहीं है। सम्बन्धित अधिकारियों व कर्मचारियों को बाढ़ से निपटने के लिए सभी आवश्यक उपकरण व संसाधन उपलब्ध करा दिये गये हैं। हालांकि दिल्ली-हरियाणा में हुई भयंकर बरसात के चलते यमुना नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। जिला प्रशासन द्वारा बढ़ते हुए जलस्तर की निरंतर निगरानी की जा रही है। सुरक्षा के दृष्टिगत तटवर्ती ग्रामों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। अभी तटीय सड़कों व खेतों में पानी आया है, आबादी क्षेत्र सुरक्षित है, आवश्यकता पड़ने पर विस्थापन की कार्यवाही भी जाएगी। संक्रामक रोगों पर नियंत्रण के लिए पशु चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम को सक्रिय कर दिया गया है।



निरीक्षण के दौरान सिंचाई विभाग को निर्देशित किया गया कि संभावित बाढ़ प्रभावित ग्रामों में समस्त प्रकार के चाक-चौबंद व्यवस्थाएं रहें। यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुए एसडीएम एवं तहसीलदार को तटीय ग्रामों में जलस्तर की निरंतर मॉनिटरिंग करते हुए सूचना प्रसारित किए जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिला एवं तहसील प्रशासन कटिबद्ध है कि किसी भी प्रकार की समस्या एवं जनहानि नहीं होने दी जाएगी। समस्त बाढ़ चौकियों पर कर्मचारियों को अलर्ट रहते हुए निरंतर निगरानी के निर्देश दिये गये हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि ओखला बैराज से 3 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने पर यमुना तहसील खैर में खतरे के स्तर को पार करती है। अभी 184363 क्यूसेक जल छोड़ा गया है। खतरे के स्तर से यमुना 1.1 मीटर नीचे बह रही है। संभावित प्रभावित होने वाले ग्रामों में 9 बाढ़ चौकियां स्थापित हैं। 24×7 कर्मचारियों की तैनाती की गई है। यमुना किनारे बसे परिवारों से निरन्तर अपील की जा रही है कि आपदा के समय में एक-दूसरे का सहयोग करते हुए ऊंचे स्थानों पर चले जाएं ताकि नुकसान को कम किया जा सके।


एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि वर्तमान में हो रही भीषण वर्षा, हथिनी कुण्ड बैराज एवं नरौरा बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण नदियों के जलस्तर में वृद्धि हुई है। उन्होंने सम्बन्धित पुलिस क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने पर संसाधनों, कार्ययोजनाओं, बाढ़ चौकियों, शरण स्थलों को तत्काल क्रियाशील कर दिया जाए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है। ग्राम महाराजगढ़ में स्थिति का जायजा लिया गया है, नदी का जलस्तर बढ़ गया है, परन्तु ग्राम सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि फ्लड कम्पनियों को अलर्ट मोड रखते हुए किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के निर्देश दिये गये हैं।


निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी एवं एसएसपी ने नाव में बैठकर यमुना नदी के बहाव एवं जलस्तर का जायजा लिया। इस अवसर पर एसडीएम खैर मो0 अमान समेत सम्बन्धित जिला व तहसील स्तरीय पुलिस व विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। 

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