05 अगस्त तक डाटा फीड न होने पर सम्बन्धित मदरसे का यू-डाइस प्लस कोड हो जाएगा बन्द
अलीगढ मीडिया न्यूज़ डेस्क, अलीगढ़ 03 अगस्त 2023 (सू0वि0) जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने अवगत कराया है कि शासन द्वारा सभी शिक्षण संस्थान एवं मान्यता प्राप्त मदरसो में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं, अध्यापकों एवं संस्थान का पूरा विवरण ऑनलाइन प्राप्त हो सके और सरकार को नीति निर्माण में आवश्यक ऑकड़े उपलब्ध हो सकंे, इस उद््देश्य के लिए समस्त डाटा डाटा यू-डाइस प्लस पर फीड किया जाना है। शासन के निर्देशों के क्रम में जिला विद्यालय निरीक्षक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा सभी ऑकड़ों को लगभग पूर्ण कर लिया गया है परन्तु जनपद में स्थित अधिकांश मदरसों में कक्षा 01 से 10 तक के छात्र-छात्राओं एवं अध्यापकों के ऑकड़ों को फीड किये जाने का कार्य लंबित है। डीएम ने शासन की प्राथमिकता वाले कार्य के लम्बित रहने पर कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी श्रेयश कमार को जल्द से जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये हैं।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी श्रेयश कमार ने जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में समस्त मदरसा प्रबन्धक एवं प्रधानाचार्य को निर्देशित किया है कि यू-डायस प्लस की वेबसाईट पर मदरसों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का डाटा निर्धारित समय में फीड करना सुनिश्चित करें, यदि मदरसा द्वारा 05 अगस्त तक फीड नहीं किया जाता है, तो मदरसे का यू-डायस कोड बन्द हो जायेगा। उन्होंने कहा कि यदि आप द्वारा उक्त कार्य ससमय नहीं किया जाता है, तो शासन के निर्देशों के कम में नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी, जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व मदरसा प्रबन्धक एवं प्रधानाचार्य का होगा।
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उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के तहत नये बैच के लिए पंजीकरण प्रारम्भ
आवेदक स्वयं या प्रशिक्षण प्रदाता के माध्यम से वेबसाइट www.upsdm.gov.in पर करें पंजीकरण
अलीगढ मीडिया न्यूज़ डेस्क, अलीगढ़ 03 अगस्त 2023 (सू0वि0) माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के प्राथमिकता कार्यक्रम उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा प्रदेश के 14 से 35 आयु वर्ग के शिक्षा छोड चुके युवाओं, असंगठित क्षेत्र में कार्यरत कामगारों एवं बेरोजगारों को आधुनिक रोजगारपरक अल्पकालीन प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें रोजगार एवं स्वरोजगार परक बनाया जा रहा है।
जिला समन्वयक कौशल विकास मिशन ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में कौशल विकास मिशन योजना अन्तर्गत वर्तमान में विभिन्न सेक्टरों (Apparel Made-ups & home Furnishing, Electronics & Hardware, Construction, Capital Goods, Healthcare, Handicraft & Carpet, Agriculture, Beauty & Wellness, IT-ITES, Retail) में प्रशिक्षण प्रदान कराया जा रहा है एवं नये बैच मे प्रवेश के लिए प्रशिक्षण प्रदाताओ के माध्यम से पंजीकरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आवेदक स्वयं उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन की वेबसाइट www.upsdm.gov.in पर जाकर अपनी इच्छा अनुसार पंजीकरण कर सकता है। आवेदन के लिए आधार कार्ड से मोबाइल नम्बर लिंक होना अनिवार्य है। अधिक जानकारी के लिए हेल्प लाइन टोल फ्री नम्बर-18001028056 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
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जिला कृषि अधिकारी ने अधिक यूरिया उपयोग के नुकसान एवं यूरिया के विकल्पों की दी जानकारी
जनपद में गत वर्ष 47041 मीट्रिक टन यूरिया के सापेक्ष इस वर्ष 54955 मीट्रिक टन यूरिया की हुई खपत
गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 7914 मीट्रिक टन यूरिया का अधिक हुआ उपयोग
किसान सूक्ष्म पोषक तत्वों का प्रयोग सन्तुलित मात्रा में करें
अलीगढ मीडिया न्यूज़ डेस्क, अलीगढ़ 03 अगस्त 2023 (सू0वि0) जिला कृषि अधिकारी अभिनन्दन सिंह ने जनपद के सभी कृषक भाइयों को सूचित किया है कि जनपद में आप द्वारा फसलों में गत वर्ष 47041 मीट्रिक टन यूरिया उपयोग किया गया है, जबकि इस वर्ष 54955 मीट्रिक टन उपयोग किया गया जो गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 7914 मीट्रिक टन अधिक है। उन्होंने अधिक यूरिया उपयोग करने सेे भूमि की उर्वरा शक्ति पर पडने वाले प्रभाव व कम यूरिया उपयोग करने के वैकल्पिक फायदे की जानकारी देते हुए बताया कि असंतुलित एवं अधिक मात्रा में यूरिया के प्रयोग आर्थिक नुकसान के साथ ही मृदा को भी क्षति पहुॅचती है।
डीएओ श्री सिंह ने बताया कि खरीफ फसलों में कृषको द्वारा यूरिया अधिक प्रयोग किये जाने के कारण जिसमें टैंगिग पर प्रभावी नियत्रंण हुआ, जिसके कारण जनपद के 127 उर्वरक विक्रेताओं के लाईसेन्स निलम्बित किये गये। कृषको द्वारा सूक्ष्म पोषक तत्वों का प्रयोग न करने के कारण फसलों में तरह-तरह के रोग (बकानी एवं अन्य) के कारण कृषको द्वारा कीटनाशक दवाईयो का अधिक मात्रा में प्रयोग किया गया है। अधिक कीटनाशकों के प्रयोग से मृदा की भोतिक, रायायनिक एवं जैविक गुणों का ह्ास हुआ है। मृदा में विभिन्न प्रकार पोषक तत्वों की उपलब्ध्ता असंतुलित मात्रा में होने के कारण मृदा की उर्वरा क्षमता में कमी हुई है। अत्यधिक नाइट्रोजन के कारण पौधों की वानस्पतिक वृद्वि अधिक होती है, जिस कारण पौधा अधिक मुलायम एवं नरम हो जाता है, जिससे कि कीट एवं रोगों के सक्रमण की सम्भावनाओं में वृद्वि होती है। यूरिया उर्वरक के प्रयोग के नाईट्रस आक्साईड गैस निकलने के कारण पर्यावरण (वायु, जल एवं मृदा) प्रदूषण की समस्या में वृद्वि होती है। यूरिया के अधिक प्रयोग करने से जमीन में सूक्ष्म पोषक तत्वो विशेषकर जिंक, सल्फर व आयरन की कमी होने लगती है व फसलों में 100 किलोग्राम यूरिया में से 30 से 35 किलोग्राम तक ही पोधों द्वारा ग्रहण किया जाता है बाकी बासपोत्सर्जन के द्वारा वायुमण्डल में चला जाता है अन्य लीचिंग के द्वारा जमीन के अन्दर चला जाता हैं, जिससे जमीन से निकाले जाने वाले पीने के पानी पर भी प्रतिकूल प्रभाव पडता है।
जिला कृषि अधिकारी ने यूरिया के वैकल्पिक उर्वरक की जानकारी देते हुए बताया कि नैनो तरल यूरिया विकसित किया गया है, जिसका उपयोग करने से यूरिया की कुल मात्रा में 25 प्रतिशत कमी होती है। किसानों के प्रक्षेत्रों पर टॉप डेªसिंग में प्रयुक्त होने वाली दानेदार यूरिया की 50 प्रतिशत मात्रा को कम करके नैनो तरल यूरिया से विस्थापित कराया गया, जिसमें पाया गया कि उपज संतोषजनक रही। किसानों के प्रर्दशनों में पाया गया कि 40 से 45 दिन की उपज अवस्था पर द्वितीय टॉप- डेªसिंग नैनों यूरिया से उत्पादन दानेदार यूरिया के समान ही प्राप्त हुआ है। सामान्य यूरिया की उपयोग क्षमता 30 से 40 प्रतिशत होती है, जबकि नैनो तरल यूरिया की उपयोग क्षमता 85 ये 90 प्रतिशत होती है। सल्फर कोटेड (गोल्ड यूरिया) की दक्षता 70 से 75 प्रतिशत होती है। इसमें 37 प्रतिशत नाइट्रोजन और 17 प्रतिशत सल्फर उपलब्ध है। यह मृदा में धीरे-धीरे घुलने के कारण मृदा में इसकी उपलब्धता अधिक समय तक बनी रहती है। उन्होंने बताया कि जनपद की मृदा में सल्फर की उपलब्धता 15 PPM के सापेक्ष 10 PPM से कम पायी गयी। इसी प्रकार मृदा में जिंक की उपलब्धता 1.2 PPM के सापेक्ष 0.6 PPM रही। उन्होंने सभी कृषक बन्धुओं से अपील करते हुए कहा कि सूक्ष्म पोषक तत्वों का भी प्रयोग सन्तुलित मात्रा में करंे।
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पूर्व सैनिकों की प्रत्येक थाने में पुलिस मित्र के रूप में की जाएगी तैनाती
इच्छुक पूर्व सैनिक जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय में तत्काल उपलब्ध कराएं ब्यौरा
अलीगढ मीडिया न्यूज़ डेस्क, अलीगढ़ 03 अगस्त 2023 (सू0वि0) जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी ने सूचित किया है कि भूतपूर्व सैनिकों व उनके परिजनों की समस्याओं के निवारण के लिए जनपद के प्रत्येक थानों पर सेवानिवृत सैनिकों को पुलिस मित्र बनाया जाना है, जिसके लिए प्रत्येक थाने से भूतपूर्व सैनिकों की आवश्यकता है।
उन्होंने जनपद के पूर्व सैनिकों से अनुरोध किया है कि जो भूतपूर्व सैनिक पुलिस मित्र बनने के इच्छुक हैं वे अपना नाम व पता जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय में तत्काल किसी भी कार्यालय कार्य दिवस में उपस्थित होकर उपलब्ध करा सकते हैं।
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