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विवेचना लम्बित रखने पर उपनिरीक्षक राजवीर सिंह को एसएसपी ने सुनाई खरी-खोटी, SO को हड़काया


डीएम-एसएसपी ने थाना महुआखेड़ा में आयोजित थाना समाधान दिवस में सुनीं जनसमस्याएं*

*जनसमस्याओं को संवेदनशीलता के साथ निस्तारित किया जाए*

*एसएसपी ने विवेचनाओं को महीनों लम्बित रखने पर उपनिरीक्षक राजवीर सिंह के प्रति जताई कड़ी नाराजगी*

*थानाध्यक्ष को कार्यशैली में सुधार लाते हुए शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करने के दिये निर्देश*

अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़ 28 अक्टूबर 2023 (सू0वि0) जिला मजिस्ट्रेट इन्द्र विक्रम सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने थाना समाधान दिवस के अवसर पर थाना महुआखेड़ा में शिकायतों को सुना। डीएम ने पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि जमीन से जुड़े विवादों को लम्बित न रखते हुए अभिलेखीय परीक्षण कर गुण-दोष के आधार पर विवेकपूर्ण निर्णय लेते हुए जल्द से जल्द निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। एसएसपी ने पुलिस क्षेत्राधिकारी विशाल चौधरी एवं थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार मलिक को प्राप्त शिकायतों का संवेदनशीलता के साथ समयसीमा के भीतर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिये। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि समस्याओं के समाधान में शिथिलता न बरती जाए, नहीं तो दोषियों के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि थाना आए फरियादियों के साथ नरम व्यवहार रखें।

शासन के निर्देश पर भूमि विवाद, आपसी लड़ाई-झगड़ों के मामलों को सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारित करने के लिए प्रत्येक माह के द्वितीय एवं चतुर्थ शनिवार को प्रत्येक थाने में समाधान दिवस का आयोजन किया जाता है। शनिवार को डीएम-एसएसपी ने थाना महुआखेड़ा पहुॅच समस्याओं को सुन निराकरण कराया। एसएसपी ने विवेचनाओं को महीनों लम्बित रखने पर उपनिरीक्षक राजवीर सिंह को खूब खरी-खोटी सुनाईं। उन्होंने उपनिरीक्षक राजवीर सिंह से सवाल किया कि मुकदमा पंजीकृत होने के उपरान्त विवेचनाओं को लम्बित रखने के पीछे आपकी मंशा क्या है। क्या कोई घटना घटित होने का इंतजार कर रहे हैं। दरअसल महानगर क्षेत्र से सटे कुछ थाने ऐसे हैं जहां भूमि विवाद, बैनामे, नोटरी, इकरारनामे, वसीयतों के फर्जी होने की शिकायतें सर्वाधिक मिलती हैं। एसएसपी ने सीओ विशाल चौधरी को निर्देशित किया कि वह अपने क्षेत्रान्तर्गत थानों को विवाद शून्य बनाने के लिए विवेचनाओं में तेजी लाएं। एसएसपी द्वारा अभिलेख देखने पर ज्ञात हुआ कि ट्रेड मार्क के दुरूपयोग के मामले भी लम्बे समय से लम्बित पड़े हुए हैं, जबकि इन्हें दो से तीन दिन में निस्तारित हो जाना चाहिए था। कुछ अन्य प्रकार की खामियों का संज्ञान लेते हुए एसएसपी ने थानाध्यक्ष महुआ खेड़ा प्रमोद कुमार मलिक को आड़े हाथ लिया। उन्होंने थानाध्यक्ष को कार्यशैली में सुधार लाते हुए शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने जनपद के सभी उपनिरीक्षकों को निर्देशित किया कि विवेचनाओं को अनावश्यक लम्बित न रखा जाए, उनकी यह अनदेखी उन पर भारी पड़ सकती है। 

इस दौरान अधिकारियों ने महिला हैल्प डेस्क, थाना अभिलेखों का रखरखाव एवं थाना परिसर का भी निरीक्षण किया। थाना समाधान दिवस में राजवनी पत्नी स्व0 सुरेश बाल्मीकि, सुरेश वार्ष्णेय पुत्र देवेन्द्र कुमार, मौहर सिंह पुत्र बदन सिंह ने भूमि विवाद से जुड़ी समस्याओं को अधिकारियों के सम्मुख रखा। इस दौरान एसीएम संजय मिश्रा, राजस्व निरीक्षक पंकज कुमार गुप्ता, लेखपाल संजय सिंह तौमर, कीर्ति चौहान, उप निरीक्षक अवधपाल शर्मा, श्रवण कुमार, भवनाथ सिंह गंगवार, बलवीर सिंह, विजय सिंह, श्रीचंद सिंह उपस्थित रहे। 

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