अलीगढ मीडिया न्यूज़,अलीगढ़। आज समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक हाजी जमीरउल्लाह खान ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल स्वर्गीय कल्याण सिंह बाबूजी की धर्मपत्नी के हाथों से करने की मांग की। इस मौके पर पूर्व विधायक ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण श्रद्धा भाव से जुड़ा हुआ मामला है। इसे राजनीति से ना जोड़ा जाए। सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर निर्माण का फैसला सुनाया है। राम मंदिर निर्माण आंदोलन स्वर्गीय कल्याण सिंह बाबूजी ने चलाया इसके लिए उन्होंने बहुत बलिदान दिया। यहां तक की अपनी कुर्सी को ठुकरा कर इस्तीफा दे दिया था। आज तक ऐसा त्याग किसी भी राजनीतिक नेता ने नहीं किया है। राम मंदिर निर्माण में किसी राजनीतिक पार्टी एवं उनके लोगों का योगदान नहीं है। राम मंदिर निर्माण सुप्रीम कोर्ट का फैसला है। इसलिए मैं राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास व महासचिव चंपत राय से पत्राचार द्वारा मांग कर रहा हूँ कि राम मंदिर का उद्घाटन किसी राजनीतिक पार्टी के बैनर तले न करा कर स्वर्गीय कल्याण सिंह बाबूजी की धर्मपत्नी के हाथों से कराया जाए। इस मौके पूर्व विधायक हाजी जमीरउल्लाह खान ने कहा मैं यह मांग इसलिए कर रहा हूँ क्यूंकि स्वर्गीय कल्याण सिंह बाबूजी अलीगढ़वासी थे। उनका पूरा जीवन इसी आंदोलन में निकला।
स्वर्गीय कल्याण सिंह बाबूजी ओबीसी लोधी राजपूत समाज के आस्थावान नेता थे। वह अपने समाज के आदर्श थे। सही मायने में इस समाज को ही यह सम्मान और गौरव मिलना चाहिए। इस सम्मान पर स्वर्गीय कल्याण सिंह बाबूजी का हक बनता है। स्वर्गीय कल्याण सिंह बाबूजी आज इस दुनिया में नहीं हैं। तब यह सम्मान उनकी धर्मपत्नी को दिया जाए। जिससे उत्तर प्रदेश का लोधी समाज अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर सके। मैं प्रदेश और अलीगढ़वासियों से भी अपील करता हूँ कि मेरी इस मांग को समर्थन दें। सोशल मीडिया, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर मेरी आवाज को बुलंद करें। जिससे स्वर्गीय कल्याण सिंह बाबूजी की आत्मा को खुशी हो। और अलीगढ़ को राम मंदिर आंदोलन के लिए इतिहास में लिखा जाए।