अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, हरदुआगंज। करीब 22 वर्ष पहले उखलाना गांव निवासी एक महिला को पट्टे पर मिली ढाई बीघे जमीन पर कुछ समय से परिवार के ही कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है। पीड़ित दंपती अपनी जमीन पाने के लिए डीएम से लेकर सीएम तक गुहार लगायी, जिसके बाद मामले की जाँच हल्का लेखपाल ने की, लेखपाल ने जांच रिपोर्ट मे मुकदमा दर्ज कराये जाने का परामर्श पीड़िता को दें दिया। जिसके बाद शुक्रवार को पीड़ित दम्पति हरदुआगंज पुलिस ने अखिलेश पुत्र तेजवीर के खिलाफ मुक़दमा दर्ज कर लिया है|
जानकारी के मुताविक उखलाना ग्राम पंचायत मे वर्ष 2001 में तत्कालीन ग्राम प्रधान रामखिलाडी ने अपने ही परिवारीजन मीना देवी पत्नी ओमवीर सिंह को गाटा संख्या 551/4 में करीब ढाई बीघे कृषि भूमि का आवंटन नियमविरुद्ध करवा दिया। इस ज़मीन पर कभी भी खेती नहीं हुईं बल्कि आवसीय ही प्रयोग किया जाता रहा, समय बीतने और अवश्यतानुसार इस आवंटित ज़मीन पर पट्टा ग्रीहता ने चहारदीवारी सहित एक कमरा बना लिया था, जिसमें पशु बांध रही थीं। साल भर पहले भारी बारिश के दौरान परिवार के ही लोगों ने उस भूखंड पर पशु बांधने शुरू कर दिए थे। आरोप है कि कुछ दिन बाद सोची समझी साजिश के तहत जमीन पर कब्जा कर लिया।
शुक्रवार को पीड़िता की तहरीर पर मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है, वही नामजद किये गए व्यक्ति ने बताया कि पूर्व प्रधान रहे रामखिलाडी ने सुनियोजित तरीके से नियमविरुद्ध अपने परिवारिजानों को पट्टे आवंटित कराये, अब उन सभी आवंटित किये गए पट्टे की ज़मीन को जबरन हथियाने के लिए षड़यंत्र और साजिश करके लोगों मे लड़ाई झगड़ा करवा रहे है, ताकि ज़मीन उन्हें मजबूरी मे बेच दें|