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मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने जेल का भ्रमण कर बंदियों को वितरित किये कंबल, शॉल एवं गर्म कपड़े


*रामचरितमानस, सुंदरकांड एवं हनुमान चालीसा के साथ 05 सिलाई मशीन भी प्रदान कीं*

*22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले भगवान श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सभी जेलों में होगा सजीव प्रसारण*

*बंदियों से संवाद कर कुख्यात एवं पेशेवर अपराधियों के बहकावे या झांसे में न आने की दी सलाह*

*जेल से निकलकर दोबारा न आने का दिलाया संकल्प*

*17441 जुर्माना राशि जमा करा 10 बंदियों की कराई रिहाई*

अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़ 03 जनवरी 2024 (सू0वि0)| प्रदेश के मा0 कारागार एवं होमगार्ड राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मवीर प्रजापति द्वारा शीतलहरी से सुरक्षित रखने के लिए जेल बंदियों को गर्म कपड़ों का वितरण किया गया। इस दौरान उन्होंने रामचरितमानस, सुंदरकांड एवं हनुमान चालीसा का भी वितरण किया। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले कार्यक्रम का प्रदेश की सभी जेलों में सजीव प्रसारण किया जाएगा। मा0 मंत्री जी ने जुर्माना न भरने की वजह से जेल काट रहे 10 बंदियों की रिहाई भी कराई। 

यू0पी0 सरकार के मा0 कारागार एवं होमगार्ड राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मवीर प्रजापति ने शिशिर ऋतु में पड़ रही कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए महिला व पुरूष बंदियों एवं बच्चों को 220 कंबल, 101 इनरवियर, गर्म कपड़े, 55 शॉल के साथ महिला बंदियों को 05 सिलाई मशीन भी प्रदान कीं। उन्होंने 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले भगवान श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के सभी जेलों में सजीव प्रसारण की भी बात कही। जुर्माना राशि न भरने के कारण 10 बंदियों के लिए 17441 जुर्माना राशि जमा कराकर उनकी रिहाई कराई। 

मा0 मंत्री जी ने बंदियों से संवाद करते हुए कहा कि जेलों में अधिकतर कैदी आर्थिक रूप से गरीब और 40 की उम्र के हैं। नौजवान देश का भविष्य होते हैं। उन्होंने बंदियों को भावनात्मक रूप से परिवार से जोड़ते हुए कहा कि हर मॉ-बाप का सपना होता है कि उसका बच्चा बड़ा होकर, पढ़-लिखकर परिवार का सहारा बनेगा। न जाने कितनी इच्छाआंे का दमन कर मॉ-बाप अपने बच्चों की परवरिश करते हैं और जब वह जेल जाता है तो मॉ-बाप पर क्या गुजरती होगी। सामाजिक और आर्थिक ही क्या वह हर तरह से टूट जाता है। उन्होंने बंदियों से पूछा कि एक बार जेल जाने के बाद क्या उनकी बहन-बेटी की शादी अच्छे घर में हो सकती है। क्या आपने कभी सोचा है आपके यहां आने के बाद आपकी पत्नी या बूढ़ी मॉ परिवार का भरण-पोषण कैसे कर रही होंगी। उन्होंने कहा आप द्वारा की गयी एक गलती पूरे परिवार पर भारी पड़ती है, जब आप घर का सहारा बनने के योग्य हुए तो जेल आ गये। उन्होंने बंदियों को संकल्प दिलाया कि जब वह न्यायालय के माध्यम से जेल से बाहर जाएंगे तो ऐसी गलती दोबारा नहीं करेंगे कि वापस यहां आना पड़े। 

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार जेल सुधार गृृहों में मा0 प्रधानमंत्री जी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करते हुए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण प्रदान कर रही है। बंदियों को उनकी रूचि के अनुसार एमएसएमई, कौशल विकास मिशन से जोड़कर हुनरमंद बनाया जा रहा है, ताकि वह बाहर जाकर स्वरोजगार की स्थापना करते हुए सामाजिक व आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बन सकें। इस दौरान उन्होंने विभिन्न जेलों एवं रामचरितमानस व महाभारत के अनुभव एवं संस्मरण भी सुनाए। उन्होंने कहा कि खाली समय में हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें। जेलों में कुख्यात एवं पेशेवर अपराधी भी होते हैं, उनके बहकावे या झांसे में कभी न आएं। 

संवाद कार्यक्रम से पूर्व जेल में निरूद्ध बंदियों के बच्चों ने गायत्री मंत्र सुनाकर मंत्री जी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान उन्होंने बच्चों की शिक्षण व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए उनकी शिक्षिका का आभार प्रकट किया। 


*इनको मिली नववर्ष पर रिहाई की सौगात:*


प्रदेश के मा0 कारागार मंत्री का नववर्ष पर जेल भ्रमण 10 बंदियों के लिए नये जीवन प्रदान जैसा रहा। धनाभाव के कारण उनके परिजन छोटी-मोटी जुर्माना राशि भी जमा नहीं कर पा रहे थे। मा0 मंत्री जी ने बंदी तोतला के लिए 388, शाहिद के लिए 4468, आबिद के लिए 1154, लवकुश के लिए 571, मुकेश के लिए 2416, मोहम्मद अजीम के लिए 800, विक्रम के लिए 400, छोटू के लिए 1200, विष्णु के लिए 1500, शरीफ के लिए 4834 समेत कुल धनराशि 17441 रूपये की जुर्माना राशि अदा कर माल्यापर्ण कर नववर्ष पर रिहाई की सौगात दी। रिहा इुए बंदियों में मैनपुरी के एक बंदी को मा0 मंत्री जी ने घर जाने के लिए किराया भी प्रदान किया। 


*बंदी लईक अहमद को दिया 29 हजार का चैक*


प्रदेश के मा0 कारागार एवं होमगार्ड राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मवीर प्रजापति द्वारा जेल सुधार गृह में संचालित कौशल विकास केंद्र से प्रशिक्षण प्राप्त कर हाथ की दस्तकारी से ताला बनाकर तीन माह में 29 हजार रूपये अर्जित करने वाले लईक अहमद को 29 हजार रूपये का चैक प्रदान किया। उन्होंने अन्य बंदियों से इससे प्रेरणा प्राप्त करने की बात कहते हुए कहा कि आप सभी भी इसी प्रकार जेल में कार्य करते हुए अपने परिवार की आजीविका में सहयोग कर सकते हैं। 

इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष चौ0 देवराज सिंह, समाजसेवी सुतिम शेखर सर्राफ, प्रो0 हसमत अली खॉ, जस्टिस इफाकत अली खॉ, बिलाल अली खॉ, शराफत अली खॉ, वरिष्ठ जेल अधीक्षक बृजेन्द्र कुमार सिंह, डिप्टी जेलर सुरेश कुमार, पीके मिश्रा, राजेश राय, संजीव श्रीवास्तव, देव दर्शन सिंह, निखिल श्रीवास्तव, राजेन्द्र कुमारी, जेल चिकित्सक डा0 अभिषेक गुप्ता उपस्थित रहे। 

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