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एडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स का पुतला फूंका, किसान नेताओं पर दर्ज फर्जी केस वापस लेने की मांग



ग्रेटर अलीगढ़ योजना के विरोध में अटलपुर में अनिश्चितकालीन धरना शुरू, एडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स का पुतला फूंका
आंदोलनकारी नेताओं पर थोपे फर्जी केस वापस लेने की मांग

अलीगढ़ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ। लोधा क्षेत्र में अटलपुर गांव में ग्रेटर अलीगढ़ योजना के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया। अटलपुर के वयोवृद्ध किसान विजयपाल सिंह की अध्यक्षता में धरने में सैकड़ों किसान शामिल हुए। ग्रेटर अलीगढ़ योजना के विरोध में रोजाना 11 बजे से धरना होगा। धरना स्थल पर सभा के दौरान किसान रामपाल ने गीत गाकर किसान भाईयों से एडीए को जमीन न देने की अपील की। 
  धरना को संबोधित करते हुए प्रभावित किसान मोर्चा के संयोजक कृष्णकांत सिंह ने कहा कि जमीन हमारी मां है, हम इसे अपनी जान देकर भी बचाएंगें। धरना-प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक कि ग्रेटर अलीगढ़ योजना रद्द नहीं हो जाएगी। फर्जी पुलिस केस थोप कर एडीए धमकाने-डराने की व्यर्थ कोशिश कर रहा है। धरना के दौरान किसानों ने एडीए अतुल वत्स का पुतला फूंका। 1 जनवरी को एडीए में विरोध प्रदर्शन के दौरान वीसी अतुल वत्स के रवैये से किसानों में भारी आक्रोश है। किसानों ने प्रभावित गांवों में एडीए के प्रवेश पर रोक का ऐलान भी किया है। इसी के साथ एडीएम द्वारा किसान नेता कृष्णकांत सिंह के विरूद्ध फर्जी केस दर्ज़ कराने से किसानों में नाराज़गी और बढ़ गई है।

  धरने में नरेंद्र पाल सिंह, रविन्द्र सिंह, शंकर पाल सिंह, चेतन सिंह, बबलू सिंह, बहोरी लाल, कृष्णा ठाकुर, विजयपाल सिंह, नेपाल सिंह, चरन सिंह, अंकित सिंह, कुमारपाल सिंह, मुनेश पाल सिंह, सुरेशपाल सिंह, नाहर सिंह, केशव, जितेन्द्र पाल सिंह, दरोगा सिंह, सत्यपाल सिंह, रिंकू सिंह, योगेन्द्र सिंह, शेखर सिंह, रामू सिंह, पुष्पेन्द्र पाल सिंह आदि किसान शामिल रहे। 
  उधर कृष्णकांत सिंह पर फर्जी केस थोपने पर संयुक्त किसान मोर्चा के घटक संगठनों ने बयान जारी कर इस कृत्य को एडीए वीसी की ओछी मानसिकता करार दिया है। क्रांतिकारी किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष नगेन्द्र चौधरी, अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष सूरजपाल उपाध्याय जय किसान आंदोलन के प्रदेश उपाध्यक्ष आत्मप्रकाश सिंह की ओर जारी बयानों में किसानों की जायज लड़ाई और ग्रेटर अलीगढ़ योजना के विरोध में जारी आंदोलन के प्रति एकजुटता जाहिर की। 3 जनवरी को अटलपुर में धरने के दूसरे दिन जिले में सक्रिय किसान संगठनों के नेताओं की बैठक आमंत्रित की गई है, जिसमें आगामी रणनीति तय होगी।

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