अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़: शाहजमाल स्थित अठखंभे के नाम से मशहूर ऐतिहासिक इमारत 1400 ईसवीं में दिल्ली के सुल्तान बलवन ने अलीगढ़ को फतह करने के लिए आक्रमण किया और उस हमले में जो सैनिक मारे गए थे, उनकी कब्रगाह शाहजमाल में बनवाई। जो हिंदू-मुस्लिम आस्था का केंद्र मानी जाती है है|
ठीक 200 वर्ष बाद लगभग 1600 ईसवीं में मुगलों का राज्य आने पर शासक गेसू खां ने इस कब्रगाह के ऊपर गुंबद अपनी जीत के प्रतीक के रूप में बनवाई। जो बाद में अठखंभे के नाम से मशहूर हुई। इतिहासकारों का कहना है कि गुंबद के निर्माण में रेड सेंड स्टोन का प्रयोग किया गया, जो आगरा व जयपुर क्षेत्र में मिला करता था। खास बात ये है कि गुंबई के अंदर से विशेष तरह की नक्काशी की गई है जिसमें इस्लाम धर्म से जुड़ी आकर्षक पेंटिंग की गई है, जो लगभग 400 वर्ष बीतने के बाद भी बड़ी आसानी से पढ़ी जा सकती हैं।