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अलीगढ़ महोत्सव २०२४| ‘स्वरांजलि’ सप्त स्वरों की में गीत-संगीत की गंगा बही

 


अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़। राजकीय कृषि एवं औद्योगिक प्रदर्शनी अलीगढ़ महोत्सव 2024 के कृष्णांजलि मंच पर ‘स्वरांजलि’ सप्त स्वरों की के तत्वावधान में गीत-संगीत की गंगा बही। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष डा. कौशल, डा. निशी शर्मा, चारू चैहान, संजय जैन, नीरज शर्मा, अवन्तिका शर्मा, शरद गुप्ता, सोनिका सिंह, तिलक राज शर्मा, संजय राजपूत आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन कर किया गया।  किरन, भूमि व अनुकृति ने कार्यक्रम का शुभारम्भ भगवान श्री राम के स्तुति गीत से किया। माया शंकर ने मौ. रफी के मशहूर गीत, ‘इस रंग बदलती दुनिया में, इंसान की नीयत ठीक नहीं’ गाकर शमां बांध दिया। अनुकृति ने देशभक्ति गीत ‘ऐ मेरे वतन के लोगो, जरा आंख में भर लो पानी’ गाकर सभागार को देशभक्ति के रंग से सराबोर कर दिया। 


शिवाजी राजा ने ‘आजकल याद कुछ और रहता नहीं...गाकर पुराने संगीत की यादंे ताजा कर दीं। हिमान्द्री गौतम के गीत ‘कोशिश करके देख लो दरिया सारे, नदिया सारे, दिल की लगी नहीं बुझती’ गीत से दर्शकों की जमकर वाहवाही लूटी। ‘बाली उमर को सलाम गीत पर लोग खुद गाना गुनगुनाने के लिए मजबूर हो गये। आर्चाी गुप्ता ने ‘नीले-नीले अंबर पर चांद जब आये, प्यार बरसाये..गाकर लोगों को झूमने के लिए बाध्य कर दिया। 

प्रताप कुमार ने कार्यक्रम में रोमांस का तड़का लगाते हुए गीत गाया ‘बहुत प्यार करते हैं, तुमको सनम’। नित्येश वाष्र्णेय ने ‘मेरे रस्के कमर’ गीत से वाहवाही लूटी। किरन सक्सैना व गजराज ने युगल गीत ‘साथिया नहीं जाना कि जी ना लगे, मौसम है सुहाना कि जी ना लगे’ गाकर लोगों को 80 के दशक के संगीत के रस में भिगो दिया। कृतिका जैन प्रणव दयाल, आरव वाष्र्णेय ने की बोर्ड प्ले किया। अरुण खरे ने हारमोनियम पर प्रस्तुति दी। सबसे छोटी बच्ची भूमि ने फिल्म बीस साल बाद के गीत ‘कितने सावन बीत गये.. गाकर श्रोताओं की जमकर वाहवाही लूटी। स्टार आॅफ अलीगढ़ नन्दिनी ने ‘तूने ओ रंगीले कैसा जादू किया.. की सुरमयी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम संयोजक किरन सक्सैना ने भी अपनी एकल गीत प्रस्तुति से कार्यक्रम का समापन किया। संचालन प्रवीर सक्सैना ने किया। 


अतिथियों और आयोजकों ने गीत-संगीत की प्रस्तुति देने वालों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। हिमांशु वाष्र्णेय, चारू शर्मा, रूसी कौर, शाहीन खान, ललित शर्मा, केतन सिंघल, सोनू शर्मा, मीना दुबे, विशाल, चन्द्र प्रकाश चैहान,  मौ. जाबिर, मौ. आरिफ, सिराजुद्दीन शेख, सारिका अग्रवाल, पवन सेनी, गिर्राज प्रसाद, सुरेन्द्र गौतम आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

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