जनता से वित्तपोषित, UPI, PhonePe, और PayTM: 9219129243

सबरंग फेस्टिवल में आएंगे फ़िल्म "प्यार के दो नाम" के कलाकार, लेखक निर्देशक दानिश जावेद

0

                                 


                         

सिंगर्स शबाब साबरी और अनुप्रिया चटर्जी देंगे लाइव परफॉर्मेंस_ 

अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़ 24, अप्रैल। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कैंपस में फ़िल्मायी गई पहली फ़िल्म "प्यार के दो नाम" का एक प्रोमोशनल इवेंट 24 अप्रैल 2024 की शाम को आयोजित किया । एएमयू कैम्पस के केनेडी ऑडिटोरियम, कल्चरल एजुकेशन सेंटर में होने जा रहे सबरंग फेस्टिवल में इस हिंदी फिल्म का यह विशेष कार्यक्रम होगा जिसमें प्रमुख कलाकार भव्या सचदेवा, अंकिता साहू, लेखक निर्देशक दानिश जावेद, गीतकार वसीम बरेलवी, निर्माता विजय गोयल, गायक शबाब साबरी और गायिका अनुप्रिया चटर्जी उपस्थित रहेंगे।


इस कार्यक्रम में कलाकारो के साथ एक पैनल डिस्कशन भी होगा। उसके बाद गायक शबाब साबरी और गायिका अनुप्रिया चटर्जी सॉन्ग परफॉर्मेंस पेश करेंगे। 


रिलायंस एंटरटेनमेंट प्रस्तुत और दानिश जावेद द्वारा निर्देशित  "प्यार के दो नाम एक  मॉडर्न डेज लव स्टोरी है जो एक नये सिरे से आज के युवाओं के प्यार को परिभाषित करेगी। फ़िल्म का टीजर काफी पसन्द किया गया है। 


फिल्म 'एक दूजे के लिए' या 'एक दूसरे के साथ' टैग लाइन पर आधारित है। इश्क़ सुभानअल्लाह, सूफियाना प्यार मेरा एवं सन्यासी मेरा नाम जैसे रोमांटिक धारावाहिक  एवं फिल्मों के लेखक दानिश जावेद द्वारा निर्देशित फ़िल्म "प्यार के दो नाम" एक आधुनिक प्रेम कहानी है जो युवाओं के बीच में प्यार को लेकर आधुनिक सोच को बहुत ही इमोशनल तरीके से प्रस्तुत करती है।


फ़िल्म के टीज़र की शुरुआत अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में आयोजित एक पीस सेमिनार से होती है इसमें आर्यन खन्ना (भव्या सचदेवा) नेल्सन मंडेला और कायरा सिंह (अंकिता साहू) महात्मा गाँधी पर अपनी अपनी रिसर्च प्रस्तुत करते हैं। आर्यन खन्ना कहते हैं मैं उस ब्यूटी को ब्यूटी ही नहीं मानता जो आँखों को अट्रैक्ट ना करे। टीज़र के दूसरे संवाद में आर्यन खन्ना रोमांटिक संवाद में कहते हैं   'मंडेला जी यह ट्रॉफी जीतेंगे, और मैं इस लड़की का दिल। इस पर कायरा सिंह बेहद ही सख़्त लहजे में कहती हैं कि मैं अजनबियों से बात नहीं करती। दोनों मुख्य कलाकारों की  नोक झोंक के बीच में बैकग्राउंड में फ़िल्म का शीर्षक गीत सुनाई देता है। 

                                                                                             

रिलायंस एंटरटेनमेंट और जोकुलर एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड की फ़िल्म "प्यार के दो नाम" में मुख्य भूमिका में भव्या सचदेवा, अंकिता साहू  के साथ कनिका गौतम, अचल टंकवाल, दीप्ति मिश्रा, नमिता लाल प्रमुख भूमिकाओं में नज़र आएँगे। फ़िल्म के निर्माता विजय गोयल और दानिश जावेद है, और सह निर्माता शहाब इलाहाबादी है। इस अनोखी लव स्टोरी का संगीत अंजन भट्टाचार्य और शब्बीर अहमद ने तैयार किया है और गीतों को दानिश जावेद और वसीम बरेलवी ने लिखा है। गीतों को जावेद अली, ऋतु पाठक, राजा हसन और स्वाति शर्मा ने गाया है।


फ़िल्म के लेखक निर्देशक दानिश जावेद ने कहा कि यह फ़िल्म विश्व के दो महान नेताओ के सिद्धांतों पर आधारित आज की प्रेम कहानी हैं। आर्यन खन्ना और कायरा सिंह की इस प्रेम कहानी के ज़रिए "एक दूजे के लिए" या "एक दूसरे के साथ" इस सवाल का जवाब दर्शकों को मिलेगा।

                                                                                                               

फ़िल्म के निर्माता विजय गोयल ने कहा कि ''इस फ़िल्म, प्यार के दो नाम  महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला के प्रेम दर्शन के बीच अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कैंपस में एक अनोखी लव स्टोरी है।

                                                                                                                 

अभिनेता भव्या सचदेवा ने कहा कि 'फ़िल्म प्यार के दो नाम एक ऐसी लव स्टोरी हैं जो प्यार के बारे में आज के युवाओं के दो अलग अलग सोच की बात करती हैं यह मॉर्डन भी हैं साथ ही क्लासिक हैं हमने फ़िल्म की शूटिंग के समय एएमयू में बहुत ही अच्छा समय बिताया और कभी नहीं भूलने वाली यादों के साथ हमने यह फ़िल्म पूरी की ।

                                                                                                                                                                                                        अभिनेत्री अंकिता साहू ने कहा कि "फ़िल्म में मेरा किरदार बहुत ख़ास हैं एक ऐसी लड़की जो कुछ अपने अतीत की वजह से प्यार के बारे में एक अलग नज़रिया रखती हैं निर्देशक दानिश जावेद जी ने हमे इस फ़िल्म के साथ एक बेहद खूबसूरत मौक़ा दिया । एएमयू एक ऐसा संस्थान हैं जिसे एक बार कोई पूरा विजित भी कर ले तो ज़िंदगी के बारे में उसकी सोच बहुत पॉज़िटिव हो जाएगी । हम भी यहाँ से बहुत कुछ लेकर जा रहे हैं ।                                                         '                                                                                                                                 फ़िल्म की शुरुआत अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के संस्थापक सर सैय्यद अहमद ख़ान के सम्मान में "विश्व शांति नेता" को चुनने के लिए एक सेमिनार की घोषणा के साथ होती है। कायरा सिंह और आर्यन खन्ना भी सेमिनार में भाग लेने आए है। पहली मुलाकात में दोनों के बीच खट्टी-मीठी लड़ाई शुरू हो जाती है, यहीं से दो विचारधाराओं का टकराव शुरू होता है। जहां कायरा इस बात पर अड़ी है कि अगर प्यार है तो हमें जिंदगी भर साथ रहना होगा, वहीं आर्यन का मानना है कि जब तक प्यार है, हम साथ रहेंगे, प्यार खत्म, साथ खत्म। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि "प्यार के दो नामो में से किस नाम की जीत होती हैं,  रिलायंस एंटरटेनमेंट के द्वारा ३ मई को "प्यार के दो नाम" देशभर के सिनेमागृहों में रिलीज होगी।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)