Header Ads Widget

Responsive Advertisement

डीएम की अध्यक्षता में जिला वृक्षारोपण, पर्यावरण एवं जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक संपन्न


अलीगढ मीडिया न्यूज़, अलीगढ़ 24 मई 2024 (सू0वि0): जिलाधिकारी विशाख जी0 की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में जिला वृक्षारोपण, पर्यावरण एवं जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में राष्ट्रीय एवं राज्य स्वच्छ गंगा मिशन के तहत गंगा किनारे स्थित वेटलैंड के संरक्षण एवं वृक्षारोपण, गंगा नदी के किनारे घाट के लिए उपयुक्त स्थल का चयन कार्ययोजना एवं समीक्षा पर विचार विमर्श किया गया। इसी प्रकार जिला वृक्षारोपण समिति में आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष वृक्षारोपण एक्शन प्लान, विभागों द्वारा किए गए गड्ढ़ा खुदान कार्य के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया। पर्यावरण समिति बैठक में भट्टों एवं औद्योगिक क्षेत्र में वृक्षारोपण के साथ प्लास्टिक वेस्ट, सॉलिड वेस्ट, कंस्ट्रक्शन एवं डिमोलिशन वेस्ट, बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण एवं प्रबंधन और मा. एनजीटी द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन की भी समीक्षा की गई।


प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी दिवाकर वशिष्ठ द्वारा अवगत कराया गया कि जिला अलीगढ़ का वर्ष 2024-25 के लिए वृक्षारोपण का कुल लक्ष्य 43.6 लाख है। इसके संबंध में लगभग सभी विभाग अपनी कार्य योजना प्रस्तुत कर चुके हैं। सभी विभागों को पूर्व में ही लक्ष्य का आवंटन किया जा चुका हैं। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि शेष सभी विभाग अपनी कार्ययोजना शीघ्र प्रस्तुत करें। उन्होंने सभी खण्ड विकास अधिकारियो एवं वन विभाग को निर्देशित किया गया कि वह जिले में स्थापित सभी 23 नर्सरी का निरीक्षण कर लें। पौधा रोपण के उपरांत पौधों की अच्छे से देखभाल की जाए। आरआरसी सेंटर्स एवं अमृत सरोवर पर स्थापित पौधों को ट्री गार्ड से संरक्षित किया जाए। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों के वृक्षारोपण एवं आगामी वृक्षारोपण के सर्वाइवल, जीवितता  को बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास करें।


डीएम ने कहा कि कालेजों और विद्यालयों में छायादार पौधे रोपित करने को प्राथमिकता देते हुए विद्यालयों में बनाए जाने वाले बाल वन के लिए छात्र-छात्राओं को जागरूक किया जाए। सभी विद्यार्थी एक-एक पौधे को अडॉप्ट करें। राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय में आगामी वृक्षारोपण सत्र में वृक्षारोपण कार्य कराया जाए। सभी नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों को निर्देशित किया गया कि सड़क मार्गों एवं डिवाइडर पर शोभाकर पौधें लगाए जाएं। उन्होंने सभी निकाय क्षेत्रों में कम से कम दो स्थानों पर मियावाकी पद्धति से वृक्षारोपण करने के भी निर्देश दिए। गंगा संरक्षण के लिए गंगा नदी के समीप वृक्षारोपण स्थलों पर सामूहिक रूप से वृक्षारोपण कार्य कराया जाए। जिले में स्थित गंगा ग्रामों में वृक्षारोपण कार्य के साथ साथ निर्धारित गाइडलाइंस का अनुपालन भी किया जाएं। जिलाधिकारी द्वारा डीसी मनरेगा को निर्देशित किया गया कि वह सिंचाई विभाग के साथ समन्वय कर नहरों के किनारे सफाई कार्य कर वृहद स्तर पर वृक्षारोपण कराने के साथ ही शहर के बाहरी क्षेत्रों में जमीन चिन्हित कर पार्क आधारित थीम पर स्थलों का विकास करें। पर्यावरणविद् सुबोध नंदन शर्मा द्वारा शेखा झील के संबंध में जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि झील के चारों तरफ साइलेंस जोन घोषित किया जाए। इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा डीएफओ को निर्देशित किया गया कि शेखा झील के समीप साइन बोर्ड लगाए जाएं एवं मार्ग के दोनो ओर सघन वृक्षारोपण कराया जाए और शेखा झील पक्षी विहार को इकोलॉजिकल केंद्र की तरह विकसित किया जाए।


जिला पर्यावरण समिति की बैठक के दौरान आरओ प्रदूषण नियंत्रक बोर्ड को निर्देशित किया गया कि जनपद में स्थित ईट भट्टों को लेकर एनजीटी की सभी गाइडलाइन का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए और एक सप्ताह के अंदर सभी ईट भट्टों का सत्यापन कार्य पूर्ण कराया जाएं। एनजीटी में लंबित वादों की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया गया कि किसी भी प्रकार का उल्लंघन न पाया जाए। प्रत्येक दशा में एनजीटी द्वारा निर्धारित गाइडलाइंस का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। बैठक में सीडीओ आकांक्षा राना समेत सभी विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ