अलीगढ मीडिया डिजिटल, सादाबाद/आगरा। सादाबाद पुलिस के उत्पीड़न से परेशान होकर दो दिन पहले आत्महत्या करने वाले किसान संजय के होमगार्ड भाई प्रमोद ने भी जान दे दी। वह भाई की मौत पर इंसाफ के लिए पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट रहा था।
पुलिसकर्मियों के खिलाफ भाई को आत्महत्या के लिए उकसाने की तहरीर दी थी, लेकिन इस पर सुनवाई न होने से आहत होकर हाथ में सुसाइड नोट लेकर आत्मघाती कदम उठा लिया। बरहन के गांव रूपधनु में सोमवार दोपहर 3 बजे होमगार्ड का शव उसी जगह खेत में पेड़ से फांसी पर लटका मिला, जहां पर उनके छोटे भाई ने जान दी थी। घटना की जानकारी पर मृतक के परिजन और पुलिस फोर्स पहुंच गई। ग्रामीणों ने थाना बरहन पुलिस पर भी मुकदमा दर्ज नहीं करने के आरोप लगाए। दोनों भाइयों का उत्पीड़न करने वाले विवेचक को घटनास्थल बुलाने की मांग की। पुलिस ने शव को उठाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण भड़क गए। हंगामा करने लगे। पुलिस से हाथापाई और धक्कामुक्की तक कर दी। एसीपी एत्मादपुर डा. सुकन्या शर्मा परिजन को समझाने के प्रयास में लगी हुई थीं।
बरहन के रूपधनु गांव निवासी किसान संजय सिंह ने शनिवार सुबह खेत पर पेड़ से फंदा बनाकर फांसी लगा ली थी। तब भाई प्रमोद ने आरोप लगाया था कि साले के एक लड़की के साथ जाने पर संजय को सादाबाद थाने की पुलिस उत्पीड़न कर रही थी। 8 जून को घर में दबिश देकर संजय को पकड़ा था। थाने ले जाकर थर्ड डिग्री दी थी।