अटल आवासीय विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, रहना, खाना पूर्णतः निःशुल्क, पात्र उठाएं लाभ: ठा0 जयवीर सिंह

Aligarh Media Desk
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मा0 मुख्यमंत्री जी ने लखनऊ से अटल आवासीय विद्यालयों के द्वितीय सत्र का किया शुभारंभ

टमकौली स्थित अटल आवासीय विद्यालय में लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम का हुआ सजीव प्रसारण

मा0 विधायक ठा0 जयवीर सिंह ने विगत वर्ष के मेधावियों एवं नवीन सत्र की प्रवेश परीक्षा में उत्कृष्ठ स्थान पाने वाले बच्चों को किया सम्मानित

अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ: प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा गुरुवार को लखनऊ से गभाना के टमकौली में 13.58 एकड़ में नवनिर्मित अटल आवासीय विद्यालय के द्वितीय शैक्षणिक सत्र का वर्चुअली शुभारंभ किया गया। इस दौरान मा0 मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के अन्य 17 मंडलों में स्थापित अटल आवासीय विद्यालयों में भी चालू वित्तीय वर्ष के लिए शैक्षणिक सत्र का भी शुभारंभ किया।

    टमकोली स्थित अटल आवासीय विद्यालय में एलईडी के माध्यम से लखनऊ में आयोजित समारोह का सजीव प्रसारण देखा और सुना गया। आपको बता दें कि यूपी सरकार की पहल पर पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों, कोविड में अनाथ हुए बच्चों एवं मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना से जुड़े अनाथ बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए अटल आवासीय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। चालू वित्तीय वर्ष में कक्षा 6 में 70 लड़कियों एवं 70 लड़कों और इसी प्रकार से कक्षा 9 में भी 70 लड़के व 70 लड़कियों समेत कुल 280 विद्यार्थियों का प्रवेश परीक्षा के माध्यम से चयन किया गया है। चयनित एवं नव प्रवेशित छात्र-छात्राएं अलीगढ़ के साथ ही मंडल के अन्य जिले एटा, कासगंज एवं हाथरस के रहने वाले हैं। प्रथम शैक्षणिक सत्र में 80 छात्र-छात्राएं पहले से ही आधुनिक शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। अटल आवासीय विद्यालय में रहने खाने के साथ-साथ पठन-पाठन सामग्री, स्कूल ड्रेस भी निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है।

 मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा लखनऊ के अटल आवासीय विद्यालय में आयोजित मेधावी छात्र-छात्राओं के पुरस्कार एवं नव प्रवेशित विद्यार्थियों के स्कूल बैग वितरण कार्यक्रम में लखनऊ समेत प्रदेश के अन्य मण्डल मुख्यालयों में संचालित 17 अटल आवासीय विद्यालयों में द्वितीय शैक्षक्षिण सत्र का माउस से क्लिक कर वर्चुअली शुभारंभ किया गया। उन्होंने एक वर्ष की सफल यात्रा के लिए अटल आवासीय विद्यालयांे के छात्र-छात्राओं, प्रधानाचार्यों, शिक्षकों एवं विभाग व श्रमिक कल्याण बोर्ड को बधाई देते हुए कहा कि गत वर्ष श्रद्धेय अटल जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर मा0 मोदी जी के कर-कमलों से 18 अटल आवासीय विद्यालयों का शुभारंभ किया गया। अटल जी कहते थे कि जो समाज अशिक्षा एवं अभाव से सफलतापूर्वक मुकाबला कर ले उसे सुरक्षित और समृद्ध होने से दुनियां की कोई ताकत नहीं रोक सकती। अशिक्षा एवं अभाव समाज के दुश्मन हैं। जहां भ्रष्टाचार, अराजकता एवं जंगलराज हो, जब समाज को अच्छे-बुरे की पहचान न हो, सही नेतृत्व न मिले तो ऐसी बीमारियां पनपती हैं। अटल जी के सामने भी समाज में तमाम चुनौतियां थीं जिनको उन्होंने अपने काव्य के माध्यम से एवं जब शासन में मौका मिला तो उनको दूर करने की दिशा में सार्थक कार्य किए। अटल जी की स्मृतियों को मोदी जी की संकल्पना के अनुरूप संजोने एवं पूरा करने का कार्य अटल आवासीय विद्यालयों के माध्यम से किया जा रहा है। हमारा संकल्प है कि ये विद्यालय शिक्षा की गुणवत्ता का मानक बनें, बिना किसी भेदभाव एवं जाति बंधन के बच्चों का सर्वांगीण विकास हो। प्रतिभा कहीं भी पैदा हो सकती है बस उसको सही मंच देने की आवश्यकता है। सरकारें पहले भी थीं, पैसा सरकार के पास भी था और श्रमिक बोर्ड के पास भी, परन्तु पूर्व में यही पैसा भ्रष्टाचार की भंेट चढ़ जाता था। 


 मा0 मुख्यमंत्री जी ने आगामी कार्ययोजना और दूरगामी सोच की जानकारी देते हुए बताया कि सभी जिला मुख्यालयों पर अटल आवासीय विद्यालय बनाए जाने के लिए 57 विद्यालयों की धनराशि बेसिक शिक्षा विभाग को जारी कर दी गई हैं, जिनमें कक्षा 01-12 तक के साथ ही बाल-वाटिका एवं प्री-प्राईमरी की भी व्यवस्था होगी। उन्होंने बताया कि तृतीय चरण में सभी 350 तहसीलों, चतुर्थ चरण में सभी 825 विकास खण्ड एवं पंचम चरण में इसे बढ़ाकर 2000 न्याय पंचायतों तक ले जाने की कार्ययोजना है। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है कि उनका मानसिक व शारीरिक विकास हो। बच्चों में देश के प्रति संपूर्ण समर्पण का भाव होना चाहिए, ऐसा होने पर ही श्रद्धेय अटल जी के सपनों को साकार किया जा सकेगा और उनको हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश की 25 करोड़ जनता एक लक्ष्य के साथ एक ही दिशा में बढ़ती है तो उसके सार्थक परिणाम भी देखने मिलते हैं। 07 वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था सातवें स्थान पर थी और अब दूसरे स्थान पर, इसी का परिणाम है कि प्रति व्यक्ति आय भी दोगुनी हुई है। उन्होंने अटल आवासीय विद्यालयों में सास्कृतिक एवं खेलकूद के क्षेत्र में स्वस्थ प्रतिस्पर्धाएं आयोजित कराने का भी आव्हान किया जिससे मेधावी छात्र-छात्राएं प्रदेश व देश स्तर पर परिलक्षित हो सके। उन्होंने सब पढ़ें-सब बढ़ें के आव्हान के साथ अपनी वाणी को विराम देते हुए छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। 

 मा0 विधायक बरौली ठा0 जयवीर सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित एवं शैक्षणिक सत्र 2024-25 में चयनित छात्र-छात्राओं को शुभकामनाऐं देते हुए कहा कि अटल आवासीय विद्यालय अन्य विद्यालयों से एकदम अलग है। मुख्यमंत्री जी की मंशा है कि निर्माण श्रमिकों या फिर अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों को भी गुणवत्तापरक शिक्षा दिलाते हुए मुख्य धारा से जोड़ा जाए। इसके तहत समाज की मुख्य धारा में कहीं पीछे रह गए मेधावी छात्रों को आधुनिक शिक्षा के अवसर मिल रहे हैं। विद्यार्थियों को सीबीएसई बोर्ड के पाठ्यक्रम के साथ अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाया जा रहा है। प्रवेश के लिए एक बार चयन होने के बाद गुणवत्तायुक्त शिक्षा के साथ अच्छे माहौल में रहने, पठन पाठन की सामग्री, खाना, स्कूल यूनिफार्म, खेलकूद की सामग्री, स्कूल बैग की सुविधा बिल्कुल निशुल्क है। अभिभावक से किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। विद्यालय परिसर में सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। कैंपस एवं छात्रावास में शुद्ध पेयजल के लिए आरओ भी स्थापित किए गए हैं। उन्होंने पंजीकृत श्रमिकों, कोविड में अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों के अभिभावकों एवं मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लाभार्थियों से अपील करते हुए कहा कि वह अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सरकार द्वारा संचालित इस योजना का लाभ उठाएं। 

     प्रधानाचार्य रोहित सारस्वत ने बताया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय में प्रातःकाल 5ः30 बजे बच्चों को जगाया जाता है। नित्य क्रिया के उपरांत हल्की-फुल्की शारीरिक एक्सरसाइज कराई जाती है। सुबह का नाश्ता देने के बाद प्रातः 8ः00 बजे से कक्षाएं आरंभ होती हैं। दोपहर ताजा खाना दिया जाता है। इसके बाद लर्निंग क्लास के साथ बच्चे अपनी जिज्ञासाओं को दूर करते हैं। बच्चों को हॉस्टल भेजने के साथ ही शाम को उनकी रुचि के अनुसार खेलकूद कराए जाते हैं। शिक्षकों की देखरेख में दिए गए होमवर्क को भी पूरा कराया जाता है। नाश्ता और दोपहर शाम के खाने का मीनू निश्चित है, यदि बच्चे अपना सुझाव देते हैं कि मीनू में बदलाव किया जाए तो उनके सुझाव को स्वीकार भी किया जाता है। बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए सन्तुलित भोजन दिया जाता है। माह में एक बार अभिभावाक अपने बच्चों से मिल सकते हैं। आकस्मिकता पर अभिभावक कभी भी बच्चों से मिल सकते हैं। हाउस मास्टर के माध्यम से छात्र-छात्राएं अपने अभिभावकों से समय-समय पर बात भी कर सकते हैं।

 कार्यक्रम में मा0 विधायक जी द्वारा विगत शैक्षणिक में कक्षा-06 के मेधावी छात्र-छात्राओं- शिवम, (प्रथम), सूर्यकान्त (द्वितीय), वन्दना वर्मा (तृतीय स्थान) एवं वर्ष 2024-25 में कक्षा-06 की प्रवेश परीक्षा में प्रथम स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं- रितु गौतम एवं बाबूलाल (प्रथम स्थान), कक्षा-09 की प्रवेश परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं- यशमनी एवं मयन्क पचौरी (प्रथम स्थान) को प्रतीक चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। 

 इस अवसर पर उप श्रम आयुक्त सियाराम, सहायक श्रम आयुक्त शेर सिंह, सहायक श्रम आयुक्त कासगंज विद्याप्रकाश शर्मा, श्रम प्रवर्तन अधिकारीगण जितेन्द्र सिंह, शाहिद अली, राजबाबू एवं रवेन्द्र कुमार, मनीष कुमार पाठक, गौरव कुमार, दीपेन्द्र कुमार शर्मा एवं विद्यालय का समस्त स्टाफ व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन गुलाब सिंह एवं जी0डी0 दीक्षित द्वारा किया गया।

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