मा0 मत्स्य पालन मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद ने कलक्ट्रेट में की बैठक
विभागीय योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के दिए निर्देश
विकसित तालाबों का शतप्रतिशत पट्टा आवंटन कर मछुआ वर्ग को लाभान्वित किया जाए
टीम भावना, विभागीय समन्वय और परस्पर सामंजस्य से लक्ष्य प्राप्ति के लिए उठा हर कदम मंजिल तक पहुंचाता है
*-मत्स्य पालन मंत्री*
Aligarh media digital,अलीगढ़ 03 अक्टूबर 2024 (सू0वि0): प्रदेश के मा0 मत्स्य पालन मंत्री डॉ संजय कुमार निषाद ने गुरुवार को कलैक्ट्रेट सभागार में विभागीय योजनाओं की समीक्षा की। मा0 मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह मछुआ समुदाय के कल्याण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजना का लाभ प्रत्येक पात्र तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि विभागीय योजनाओं के सफल संचालन के लिए अधिकारियों में आपसी समन्वय की कमी नहीं होनी चाहिए। टीम भावना, मेल मिलाप, परस्पर सामंजस्य से लक्ष्य प्राप्ति के लिए उठा हर कदम आपको मंजिल तक पहुंचाएगा।
मा0 मंत्री ने कलैक्ट्रेट सभागार में अपने संबोधन में कहा कि अविकसित तालाबों की मनरेगा से मरम्मत कराई जाए, जो तालाब विकसित हैं उन्हें मछुआ समुदाय के लाभार्थियों को आवंटित किए जाएं। उन्होंने विद्युत अधिकारियों को समय से विद्युत संयोजन उपलब्ध कराने एवं सिंचाई व नलकूप विभाग को तालाबों में जलापूर्ति किए जाने के भी निर्देश दिए। मा0 मंत्री जी ने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड की भांति मत्स्यपालकों को भी क्रेडिट कार्ड जारी किए जाएं। सरकारी योजनाएं आमजन के कल्याण के लिए बनाई गई जाती हैं। सही मायने में उनका औचित्य तभी पूरा होता है, जब विकास की बाट जोह रहे प्रत्येक व्यक्ति को योजना का लाभ मिले और उसके जीवन स्तर में परिवर्तन आए। ग्राम सचिवालय पर योजनाओं के सबंध में दीवार लेखन कराने के निर्देश दिए गए।
समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना, मत्स्य पालक कल्याण कोष, सघन मत्स्य पालक एरेशन सिस्टम की स्थापना, मछुआरा दुर्घटना बीमा, सामूहिक दुर्घटना बीमा योजना, मत्स्य बीज वितरण की प्रगति, पट्टा आवंटन एवं विभागीय जलाशयों और लाभार्थियों की व्यक्तिगत प्रगति के बारे में भी विस्तार से विचार विमर्श किया गया।
मा0 मंत्री जी ने सहायक निदेशक मत्स्य प्रियंका आर्या को निर्देशित किया कि वह विभागीय योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करें। जन सामान्य को योजना का लाभ न मिल पाने से योजना का उद््देश्य पूरा नहीं हो पाता है। उन्होंने मछली बाजारों, गांव देहात एवं मछुआ बस्तियों में जाकर कैंप स्थापना कर एवं अन्य माध्यमों से शासकीय योजनाओं के बारे में जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रतिबन्धित मछली थाई मांगुर की बिक्री न होने दी जाए। मा0 मंत्री जी ने बताया कि 15 अक्टूबर से शिविर लगाकर मत्स्य पालकों के क्रेडिट कार्ड बनाने का अभियान चलाया जाएगा। सीएमओ को मत्स्य पालक कल्याण कोष के तहत चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। समीक्षा बैठक में बताया गया कि मछुआ दुर्घटना बीमा योजना में 1354 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें 812 को स्वीकृति प्रदान की गई है।
बैठक से पूर्व मा0 मंत्री ने कलैक्ट्रेट में मान प्रमाण ग्रहण किया। बैठक में जिलाधिकारी विशाख जी0, सीडीओ प्रखर कुमार सिंह, सीएमओ डॉ. नीरज त्यागी, एससपी सिटी मृगांक शेखर पाठक, एलडीएम सुरेश राम, उपनिदेशक मत्स्य राजेन्द्र सिंह चंदेल, एडी सूचना संदीप कुमार, सहायक निदेशक मत्स्य समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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