प्रचार-प्रसार की सामग्री का एमसीएमसी से प्री-सर्टिफिकेशन अवश्य प्राप्त करें राजनैतिक दल
अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़: विधानसभा उप निर्वाचन 2024 के दौरान सोशल मीडिया पर भड़काऊ व भ्रामक पोस्ट एवं गलत सूचना डालने वालों की अब खैर नहीं है। उप निर्चाचन को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढ़ंग से संपन्न कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा पूर्व से ही सोशल मीडिया प्लेटफार्मर्स की सतत निगरानी के लिए टीम का गठन कर दिया गया है। गठित टीम 24 घण्टे फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, एक्स की निगरानी कर रही है।
सोशल मीडिया टीम के सदर ईडीएम मनोज राजपूत ने गठित टीम के सदस्यों के साथ बैठक कर फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, एक्स एवं अन्य सोशल प्लेटफॉर्म की सघन मॉनिटरिंग के संबंध में उनको विभिन्न तौर-तरीकों के बारे में समय समय पर दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भ्रामक, भड़काऊ एवं कोई असत्य घटना प्राप्त होती है तो तत्काल उसे उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाया जाए। मनोज राजपूत ने कहा कि विधानसभा उप निर्वाचन को निष्पक्ष एवं बिना किसी व्यवधान के संपन्न कराने के लिए जिले में चौकसी बढ़ा दी गई है। उन्होंने जनमानस से भी अपील की है कि सोशल मीडिया पर न तो कोई आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करें और न ही उसे आगे बढ़ाएं।
सहायक निदेशक सूचना एवं सदस्य सचिव एमसीएमसी संदीप कुमार ने प्रिंटिंग प्रेस संचालकों से कहा है कि वह धारा 127 क में निहित प्राविधानों के अनुसार किसी भी निर्वाचन सामग्री पर मुद्रक एवं प्रकाशक का नाम स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करें। इसके साथ ही राजनैतिक दलों से कहा है कि विभिन्न समाचारपत्रों में प्रचार-प्रसार के लिए प्रकाशित, बल्क एसएमएस, ऑडियो-विजुअल डिस्प्ले, लोकल चैनल, सिनेमा हॉल में प्रसारित की जाने वाली सामग्री का मीडिया प्रमाणन एवं अनुवीक्षण समिति से पी-सर्टिफिकेशन अवश्य प्राप्त कर लें।
---- (श्रोत: सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, अलीगढ़ )