इण्डियन फेडरेशन ऑफ़ स्मॉल एंड मीडियम न्यूज़पेपर्स का आगामी सम्मेलन जयपुर में

Chanchal Varma
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बिना स्वतंत्र मीडिया के स्वस्थ लोकतंत्र को सुनिश्चित कर पाना संभव नहीं हैःधर्मेन्द्र राघव

लोकतांत्रिक प्रदेश में बिना अड़चन के काम नहीं कर पा रहे पत्रकारः मुशीर अहमद खां

आगामी सम्मेलन जयपुर में 16 नवंबर राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर होगा

अलीगढ मीडिया डिजिटल, अलीगढ। बिना स्वतंत्र मीडिया के स्वस्थ लोकतंत्र को सुनिश्चित कर पाना संभव नहीं है, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोकतांत्रिक देशों में प्रेस के लिए बिना अड़चन और रोक के काम कर पाना लगातार मुश्किल होता जा रहा है।

यह बहुत शर्मनाक बात है कि हमारे जैसे लोकतांत्रिक देश में प्रेस की आजादी की स्थिति पर कोई खतरा मंडराये. इस स्थिति के लिए किसी एक व्यक्ति या एक संस्था को जिम्मेवार मानना बहुत गलत होगा, लेकिन, इसके साथ ही यह भी सत्य है कि यह हमारे लिए आत्मचिंतन का समय है. यह आत्मचिंतन सरकारों को करनी है, नेताओं को करनी है, पत्रकार बंधुओं को करनी है, रिपोर्टरों को करनी है और खास तौर पर पत्रकारिता संस्थानों के मालिकों को करनी है, कि हम किस तरह की पत्रकारिता चाहते हैं। उक्त बातें राष्ट्रीय मीडिया महासंघ के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र राघव ने मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुये वेलकम पैलेस जमालपुर संगठन के कार्यालय पर बैठक के दौरान व्यक्त किये।

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राष्ट्रीय मीड़िया महासंघ के अनुशासन समिति के चेयरमैन मुशीर अहमद खां ने कहा कि पत्रकारों की हत्या या जेल जाने से पहले ही मीडिया की स्वतंत्रता पर खतरे शुरू हो जाते हैं। कुछ धमकियाँ इतनी आम हो गई हैं कि पत्रकार उन्हें अपने काम का एक सामान्य हिस्सा मान लेते हैं। फिर भी ये धमकियाँ सामान्य नहीं हैं। वे गलत हैं और अक्सर अवैध हैं। वरिष्ठ पत्रकार काजी नसीममुद्दीन ने कहा कि पत्रकारों के खिलाफ विरोध जैसे मतभेदों के आधार पर उत्पीड़न से लेकर धमकी और शारीरिक या कानूनी धमकियों तक होती हैं। ये सभी धमकियाँ, बड़ी और छोटी, हर दिन होती हैं और पत्रकारों को अपना काम करने से रोकती हैं। वे दूसरों को ऐसे विषयों को कवर करने से भी हतोत्साहित कर सकते हैं जो इसी तरह की धमकी का कारण बन सकते हैं।

जिला संयोजक अनवर खान और सम्पादक फरहत अली खान ने संयुक्त रूप् से कहा कि अगर हम मीडिया की आज़ादी की रक्षा नहीं करेंगे तो हमारे पास सिर्फ़ चुप्पी ही बचेगी। पत्रकारों और मीडियाकर्मियों को दी जाने वाली धमकियाँ लोकतंत्र के लिए ख़तरा हैं। डॉ. वकील अहमद और गुलाम नबी ने कहा कि इसे बदलने के लिए हमें सभी की मदद की ज़रूरत है। हमें निगरानी रखने वाले लोगों की दुनिया की ज़रूरत है।

वहीं प्रदेश चेयरमैन मुशीर अहमदखां एवं जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र राघव ने संयुक्त रूप से पत्रकार साथियों को अवगत कराया कि देश के लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों की सबसे प्रभावशाली संस्था इण्डियन फेडरेशन ऑफ़ स्मॉल एंड मीडियम न्यूज़पेपर्स का आगामी सम्मेलन जयपुर में 16 नवंबर राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर होगा । जिसका मुख्य उद्देश्य देश के मौजूदा हालात और मीडिया के समक्ष चुनौतियाँबिना स्वतंत्र मीडिया के स्वस्थ लोकतंत्र को सुनिश्चित कर पाना संभव नहीं |


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