वीर बाल दिवस| भारतीय जनता पार्टी ज़िला कार्यालय अलीगढ़ पर वीर बाल दिवस की गोष्ठी संपन्न हुई

Aligarh Media Desk
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अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़| मुख्य अतिथि के रूप में पधारे प्रदेश महामंत्री रामप्रताप सिंह सिंह चौहान ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि वीर बाल दिवस के अवसर पर उन वीर बालकों को नमन करने के लिए एकत्र हुए हैं, जिन्होंने धर्म, सत्य और देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। यह दिवस हमें हमारे महान इतिहास और उन अमर बलिदानों की याद दिलाता है, जिन्होंने आज़ाद और गौरवशाली भारत की नींव रखी।

सिख इतिहास के दो वीर बालक, साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह, जिन्होंने मात्र 9 और 6 वर्ष की आयु में शहादत दी, हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। इन बालकों ने अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए प्राण न्योछावर कर दिए, लेकिन कभी भी अन्याय और धर्म परिवर्तन को स्वीकार नहीं किया। उनका बलिदान हमें सिखाता है कि सत्य और धर्म की राह पर चलने में चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न आएं, हमें डटे रहना चाहिए।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2022 में वीर बाल दिवस को 26 दिसंबर को मनाने का निर्णय लिया। यह केवल एक दिन का उत्सव नहीं है, बल्कि यह हमारे बच्चों को अपने देश के गौरवशाली इतिहास से जोड़ने और उनमें देशभक्ति की भावना भरने का माध्यम है। बाल दिवस, जो पहले केवल 14 नवंबर को मनाया जाता था, अब वीर बाल दिवस के रूप में एक नया आयाम ले चुका है।


यह दिवस न केवल उन वीर बालकों के बलिदानों को याद करने का अवसर है, बल्कि यह हमें अपने बच्चों को उनके कर्तव्यों और हमारे देश की सांस्कृतिक विरासत से अवगत कराने का भी आह्वान करता है। हमें अपने बच्चों को यह सिखाना होगा कि भारत की आज़ादी और संस्कृति को बनाए रखने के लिए कितने महापुरुषों और बालकों ने अपने प्राणों की आहुति दी।


ज़िलाध्यक्ष चौ कृष्णपाल सिंह लाला ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि सिख समाज के बलिदानों का इतिहास अद्वितीय है। गुरु गोबिंद सिंह जी ने अपने चार पुत्रों का बलिदान देखा, लेकिन कभी अपने धर्म और सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। ऐसा त्याग और समर्पण पूरे विश्व में दुर्लभ है।


जिला महामंत्री व ज़िला संयोजक शिवनारायण शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज देश न केवल इन वीर बालकों की शहादत को सम्मान दे रहा है, बल्कि सिख समाज के योगदान को भी सराह रहा है। चाहे राम मंदिर आंदोलन हो या समाज की सेवा के अन्य कार्य, सिख समाज ने हर बार अपनी अहम भूमिका निभाई है।

जिला मंत्री व कार्यक्रम के सहसंयोजक अवध सिंह बघेल वीर बाल दिवस के अवसर पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि साथियों, यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को इन बलिदानों से अवगत कराएं। उन्हें बताएं कि आज हम जिस आज़ादी और शांति का अनुभव कर रहे हैं, वह उन महान त्यागों और बलिदानों की देन है।

आइए, हम सब इस वीर बाल दिवस पर यह संकल्प लें कि हम अपने बच्चों को भारत के गौरवशाली इतिहास, धर्म और संस्कृति की शिक्षा देंगे। हम अपने समाज में प्रेम, भाईचारा और एकता का संदेश फैलाएंगे और हमेशा देश की सेवा के लिए तत्पर रहेंगे।

इस मौक़े पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती विजय सिंह, ,क्षेत्रीय मंत्री दीदी अनीता जैन, श्रीमती रामसखी कठेरिया,सरदार भूपेन्द्र सिंह टुटेजा, ठाकुर शल्य राज सिह्, जिला महामंत्री अनेक पाल सिंह, गौरव शर्मा , अवध सिंह बघेल, सुरेश सिंह ,देवेन्द्र राजपूत, केके, सिख्ख समाज के प्रमुख, गुरुद्वारा प्रमुख सहित, भाजपा के कार्यकर्तागण, समाज के प्रबुद्ध लोग उपस्थित रहे।

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