अलीगढ मीडिया डिजिटल,लखनऊ| इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक निर्णय में टिपण्णी की है कि जीजा और साली में संबंध बनाना गलत है, रिश्ता अनैतिक है. लेकिन महिला व्यस्क है तो इसे बलात्कार नही माना जा सकता| आपको बताते चले कि उत्तर भारत में भाभी-देवर के बीच गंदा मज़ाक करने की संस्कृति है| जीजा-साली के बीच गंदे मज़ाक करने की संस्कृति है|.| लेकिन कुछ इलाकों में मामी-भांजा के बीच की हंसी मजाक की संस्कृति है| तो कहीं बु -भतीजा का बीच में हंसी मजाक की परंपरा है| इस संस्कृति से कुलीन वर्ग से ज्यादा मध्यवर्गीय और गरीब ग्रामीण पीड़ित हैं| शहरों से ज्यादा ये बीमारी दिहातों में अधिक है| बहुतों ने भाभी-देवर, जीजा-साली के रिश्तों को कलंकित किया है| अमूमन देखा गया ऐसे रिश्ते तब बनते हैं जब घरों में महिलाओं के मूवमेंट कड़ाई रहती है| ऐसे में घर में रिश्तेदारों से घरेलू महिलाएं संबंध बना लेती हैं|
क्या भाभी-देवर के बीच गंदा हंसी मजाक जायज है? क्या साली आधी घरवाली होती है? ऐसी सोच जायज है? यह सामाजिक सोच और चर्चा का बड़ा विषय है और अलग अलग वर्ग के लोग इस पर भीं भिन्न राय देते है| लेकिन ज्यादातर सभ्य समाज के अनुसार घरों में भाभी, साली, बुआ और मामी से फूहड़ हंसी मजाक की बुरी आदतें पुरुषों को घरों से बाहर भी अन्य महिलाओं से छेड़खानी करने के लिए उकसाती है|
(श्रोत: क्रांति कुमार के ट्विटर @KraantiKumar से )