जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वच्छता समिति की बैठक संपन्न
स्वच्छता शुल्क संग्रहण एवं मॉनिटरिंग एप का किया शुभारंभ
ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाते हुए स्वच्छता के क्षेत्र में की गई अनूठी पहल को और आगे बढ़ाया जाए
ग्राम प्रधान शासन द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र एवं जरूरतमंदों को दिलाने में महती भूमिका निभाएं
उत्कृष्ट कार्यों के लिए 32 ग्राम प्रधानों को किया सम्मानित
अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़ : जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में जिला स्वच्छता समिति की बैठक आहुत की गई। डीएम ने कहा कि जिले में स्वच्छता के क्षेत्र में अनूठी पहल करते हुए उत्कृष्ट कार्य किए गए हैं, आवश्यकता है कि इसे बरकरार रखते हुए और आगे तक ले जाया जाए। स्वच्छता के क्षेत्र में ग्रामों में भी शहरों की तरह सुविधाएं देने का प्रयास एक सराहनीय कदम है। उन्होंने ग्राम प्रधानों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि स्वच्छता शुल्क का संग्रहण एक मुश्किल कार्य है। कोई भी व्यवस्था तभी कामयाब होती है जब उसको आत्मनिर्भरता की ओर ले जाया जाए। हम सभी का सपना होता है कि स्वच्छ रहें और स्वस्थ रहें। ग्रामों में स्वच्छता के अभाव में आय का एक बड़ा हिस्सा इलाज पर खर्च हो जाता है, उसकी तुलना यदि स्वच्छता शुल्क से की जाए तो नगण्य है। उन्होंने ग्राम प्रधानों से आव्हान किया कि वह शासन द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र एवं जरूरतमंदों को दिलाने में महती भूमिका निभाएं। डीएम ने आयुष्मान कार्ड, फार्मर, किसान सम्मान निधि, जीरो पॉवरिटी जैसी योजनाओं में व्यक्तिगत रूचि से कार्य करने का आव्हान किया।
डीएम ने कहा कि स्वच्छता शुल्क के रूप में एकत्रित धनराशि का उपयोग ग्रामों में स्वच्छता के स्तर को एक कदम आगे ले जाने के लिए किया जाए ताकि ग्रामवासियों को भी दृश्यमान स्वच्छता का एहसास हो सके। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा यूनिसेफ एवं एचडीएफसी बैंक के सहयोग से विकसित स्वच्छता संग्रहण एप का शुभारंभ किया गया। एप के माध्यम से जिला, पंचायतीराज, ब्लॉक एवं ग्राम प्रधान स्तर पर भी कूड़ा उठान एवं स्वच्छता शुल्क संग्रहण की प्रगति की मॉनिटरिंग की जा सकेगी। डीएम ने ग्राम वासियों की समस्या व शिकायतों के लिए एक टोल फ्री नंबर भी जारी करने के निर्देश दिए। बैठक में उपस्थित जिले के उत्कृष्ट ग्राम प्रधानों ने अपने कार्यों व समस्याओं को जिलाधिकारी के समक्ष रखा। इस पर जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधानों से आव्हान किया कि नवीन तकनीक को अपनाकर ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाएं। इस अवसर पर डीएम ने जिले के 32 ग्राम प्रधानों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के उपहार देकर उन्हें सम्मानित व प्रोत्साहित किया।
बैठक में ब्लॉक प्रमुख खैर दिवाकर गौड, सीडीओ प्रखर कुमार सिंह, पीडी भाल चंद त्रिपाठी, डीपीआरओ मो0 राशिद, बीएसए राकेश कुमार सिंह, यूनिसेफ से प्रदीप कुमार समेत सभी बीडीओ, संबेधित अधिकारीगण व ग्राम प्रधान उपस्थित रहे।
इनको मिला सम्मान:
ब्लॉक अकराबाद के जिलौली हीरासिंह प्रधान प्रदीप कुमार, लधौआ की श्रीमती संध्या देवी, अतरौली के जिरौली धूम सिंह की रूचि भारद्वाज, काजिमाबाद के साहब सिंह, इगलास कारस की श्रीमती पुष्पा देवी, साथनी की श्रीमती रामवती देवी, खैर गौमत के ओमप्रकाश, धूमरा की श्रीमती ऊषा देवी, गंगीरी धनसारी की अनीसा बेगम, भमोरी बुजुर्ग की सदफ इल्यास, सतरापुर की रजिया खान, शाहजहपुर बेजना की श्रीमती नीरज देवी, बरला की श्रीमती पानकुमारी, गोंडा तलेसरा के गजेन्द्र सिंह, गहलऊ की श्रीमती किरन देवी, गोरई के चंदन सिंह, चण्डौस ओगर नगला राजू के वनी सिंह, अमृतपुर की श्रीमती सीमा देवी, टीकरी भवांपुर की श्रीमती रतनेश, जवां परतापुर की श्रीमती रीना देवी, साथा की श्रीमती ओमवती देवी, गोधा के प्रवीण कुमार शर्मा, टप्पल भरतपुर की श्रीमती नीलम देवी, उसरह रसूलपुर के सुधीरपाल सिंह, जैदपुरा के योगेश चौधरी, धनीपुर सिकंदरपुर माछुआ की श्रीमती कल्पना सिंह, बुढ़ांसी की हुश्नबानो, उखलाना की ललितेश चौहान, बिजौली दत्ताचोली बुर्जग के उदयवीर सिंह, बिजौली की श्रीमती श्यामवती देवी, लोधा ताजपुर रसूलपुर के सत्यपाल सिंह एवं मेहरावल के परमेश उपाध्याय को सम्मानित किया गया।
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सहायक निदेशक सूचना, अलीगढ़।