अलीगढ मीडिया डिजिटल, शिलांग। 11 मई 2025 को दो प्रेमी विवाह बंधन में बंध गए। बेंगलुरु होते हुए मेघालय की हनीमून ट्रिप के दौरान दोनों के फोन अचानक बंद हो गए। कुछ दिनों बाद पत्नी लापता हो गई और पति का शव मेघालय में एक खाई में मिला। पत्नी की तलाश की जा रही थी। उन दोनों के साथ क्या हुआ? यह कैसे हुआ? किसने किया? इन सवालों के जवाब अज्ञात थे।
👉 ढाबा मालिक का बड़ा खुलासा:
"सोनम रात 1 बजे आई थी, मुझसे फोन मांगकर घर में बात की थी"
👉 इसी ढाबे से पुलिस ने सोनम को किया गिरफ्तार
👉 UP के गाजीपुर में काशी ढाबे से देर रात पकड़ी गई सोनम रघुवंशी
👉 इंदौर में 3 आरोपी गिरफ्तार 1 आरोपी यूपी से फरार
🟥 EXCLUSIVE:
🔹 पति राजा रघुवंशी की हत्या के पीछे सोनम का अफेयर
🔹 हनीमून ट्रिप पर हत्या की साजिश रची
🔹 पुलिस का दावा, भागने की फिराक में थी सोनम
🔹 पहले भागी, फिर छिपी, आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ी
👉 ढाबे से गिरफ्तार कर इलाज के बाद वन स्टॉप सेंटर भेजा गया
👉 अब देशभर में सबसे बड़ी क्राइम स्टोरी बना केस। मेघालय पुलिस कर रही बड़ी जांच
यह मामला मध्य प्रदेश से लेकर मेघालय तक पुलिस, परिवार और राजनीतिक हलकों में सुर्खियां बनने लगा। 23 मई को लापता होने के बाद 17 दिनों तक राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की कहानी सभी के लिए सस्पेंस बनी रही। हालांकि, अब इस मामले में एक ऐसा ही खुलासा हुआ है, जिसने सभी को चौंका दिया है। सोनम ने जुर्म कबूल कर लिया है। राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम रघुवंशी ही तीन अन्य लोगों की मदद से हत्या के रहस्य को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार थी। पति की हत्या करने के बाद सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
पुलिस ने हमलावरों को भी तीन गिरफ्तारियां की हैं और वे अभी भी एक और साजिशकर्ता की तलाश कर रहे हैं। तो, हमें बताएं कि राजा-सोनम की पूरी कहानी कहां और कैसे शुरू हुई। राजा-सोनम केस की पूरी टाइमलाइन राजा रघुवंशी, एक ट्रांसपोर्ट व्यवसायी, और सोनम 11 मई, 2025 को मध्य प्रदेश के इंदौर में शादी के बंधन में बंधते हैं। 20 मई, 2025 को, राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम मेघालय में अपने हनीमून पर निकल पड़े। दंपति 22 मई, 2025 को सोहरा गए और उन्होंने शिलांग में चार दिनों के लिए एक बाइक किराए पर ली। राजा और सोनम 22 मई, 2025 को मावलखैत गांव गए। इसके बाद, गाइड उनके साथ नोंग्रियाट गांव में डबल डेकर पुल तक गया। 23 मई, 2025 को, नोंग्रियाट गांव के प्रधान ने पुलिस को गोल्डन पाइंस ढाबा के पास एक बाइक मिलने की सूचना दी, जिसका दावा नहीं किया गया था। 24 मई 2025 को सोनम और राजा रघुवंशी ने परिवार से नाता तोड़ लिया।
परिवार ने 27 मई 2025 को स्थानीय सरकार को यह जानकारी दी और फिर मप्र के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने गृह मंत्री अमित शाह से बात की। 27 मई 2025: राजा और सोनम के लापता होने के बाद राजनीतिक खेमा सक्रिय हो गया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा को फोन किया। 27 मई 2025 को पुलिस ने मेघालय की पहाड़ियों में तलाशी शुरू की। इस दौरान बाइक के पास एक खाई में दो बैग मिले, जिन पर दावा नहीं किया गया था। 29 मई 2025 को मेघालय में भारी बारिश के कारण पुलिस ने तलाशी रोक दी। राजा रघुवंशी का शव 2 जून 2025 को एक गहरी खाई में मिला। शव का पोस्टमार्टम किया गया। पत्नी सोनम अभी भी लापता थी। 3 जून 2025 को राजा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि उसकी हत्या पेड़ काटने वाले हथियार से की गई थी। राजा रघुवंशी का शव 4 जून 2025 को इंदौर लाया गया।
5 जून 2025 को शिलांग होटल के रिसेप्शन पर राजा और सोनम की निगरानी फुटेज मिली। 7 जून 2025 को राजा और सोनम शिलांग होटल के बाहर कैमरे में कैद हुए। सोनम कुछ समय से लापता थी। सोनम ने 9 मई 2025 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने कबूलनामा किया। राजा और सोनम की निगरानी फुटेज। कौन-कौन से खुलासे हो चुके हैं? मेघालय टूरिस्ट गाइड के मुताबिक, राजा और सोनम को आखिरी बार 23 मई को तीन अज्ञात व्यक्तियों के साथ देखा गया था। सोनम के साथ आज तीन और लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। लेकिन आखिर ये तीन लोग कौन हैं?
उन्होंने राजा को मारने में सोनम की मदद क्यों की? सबसे अहम सवाल यह है कि सोनम ने राजा को मारने की योजना क्यों बनाई। ये सवाल लगातार उत्सुकता पैदा कर रहे हैं। आधी रात को सोनम यूपी के एक ढाबे पर मिली। मेघालय से 17 दिनों से लापता सोनम को गाजीपुर के नंदगंज में एक ढाबे पर बदहवास हालत में पाया गया। डॉ. पुलिस प्रमुख हैं। इरज राजा के मुताबिक सोनम ने सबसे पहले अपने परिवार को इसकी जानकारी दी, फिर स्थानीय पुलिस को सूचना दी। हमें वहां की पुलिस से इस बारे में पता चला। नंदगंज ढाबे से लाने के बाद फिलहाल वन स्टॉप सेंटर में उससे पूछताछ की जा रही है।