अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़ ।थाना लोधा क्षेत्र के ग्राम असनेती से असनेता जहांगीराबाद में एक किलोमीटर लंबी सड़क की बदहाली ने ग्रामीणों के लिए भारी मुसीबत खड़ी कर दी है। इस जर्जर सड़क के कारण रोज़ाना लगभग 2000 लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, विशेष रूप से स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राएं सबसे अधिक प्रभावित हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस सड़क से दो स्कूलों के बच्चे नियमित रूप से गुजरते हैं, लेकिन टूटी सड़क, कीचड़ और गड्ढों के कारण बच्चों को स्कूल पहुंचना एक जंग जीतने जैसा हो गया है। ग्रामीणों ने 50 से अधिक बार प्रशासन से शिकायतें की हैं, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
ग्रामीणों का कहना है कि योगी सरकार भले ही प्रदेशभर में विकास कार्यों के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर अधिकारियों की उदासीनता के कारण गांव असनेता जहांगीराबाद जैसे क्षेत्र उपेक्षित हैं।
स्थानीय निवासी रामवीर सिंह ने कहा, “हर चुनाव में नेताओं ने सड़क बनाने का वादा किया, लेकिन चुनाव बीतने के बाद सब भूल जाते हैं। बच्चों की पढ़ाई और ग्रामीणों की रोजमर्रा की ज़िंदगी दोनों इस खराब सड़क की वजह से प्रभावित हो रही है।”
श्रीमती शांति देवी, जो प्रतिदिन अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने जाती हैं, ने बताया, “बारिश के मौसम में यह रास्ता नर्क बन जाता है। कई बार बच्चे फिसल चुके हैं। हमें डर लगता है कि कहीं कोई बड़ा हादसा न हो जाए।”
यह स्थिति तब और चिंताजनक हो जाती है जब देखा जाए कि यह रास्ता गांव की मुख्य सड़क को जोड़ता है, जिससे होकर रोज़ किसान, बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे गुजरते हैं। बावजूद इसके प्रशासन की चुप्पी और निष्क्रियता सवालों के घेरे में है।
अब सवाल यह उठता है कि जब इतनी बार शिकायत के बावजूद भी इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई, तो क्या प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतज़ार कर रहा है?
गांववासियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं हुआ तो वे सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।अब देखना यह होगा कि ज़िला प्रशासन कब तक इस महत्वपूर्ण सड़क पर ध्यान देता है, या फिर जनता यूं ही धूल फांकती रहेगी और छात्र-छात्राएं जोखिम भरे रास्तों से स्कूल जाते रहेंगे।