स्कूलों में 'क्रिसमस' के कार्यक्रमों एवं प्रोजेक्ट्स के नाम पर छात्रों व अभिभावकों पर अनुचित दबाव रोकने की मांग

Aligarh Media Desk

 


एबीवीपी (ABVP) अलीगढ़ ने जिलाधिकारी को सौंपा 4 सूत्रीय ज्ञापन; स्कूलों में 'क्रिसमस' के उपलक्ष्य पर कार्यक्रमों एवं प्रोजेक्ट्स के नाम पर छात्रों व अभिभावकों पर अनुचित दबाव रोकने की मांग

​अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़| अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) अलीगढ़ महानगर के कार्यकर्ताओं ने आज जिलाधिकारी को संबोधित एक 4 सूत्रीय ज्ञापन एडीएम सिटी को सौंपा। इस ज्ञापन के माध्यम से परिषद ने जनपद के निजी और सरकारी विद्यालयों द्वारा आगामी 25 दिसंबर (क्रिसमस) के कार्यक्रमों के नाम पर छात्रों और अभिभावकों पर बनाए जा रहे अनुचित मानसिक और आर्थिक दबाव पर रोक लगाने की मांग की है।


​ABVP ने प्रशासन से निम्नलिखित विषयों पर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करने का अनुरोध किया है:

1. ​वेशभूषा की अनिवार्यता समाप्त हो: किसी भी छात्र को 'सांता क्लॉज' बनने या विशिष्ट लाल ड्रेस खरीदने के लिए बाध्य न किया जाए।

2. ​महंगे प्रोजेक्ट्स पर रोक: क्रिसमस से जुड़ी गतिविधियों के नाम पर अभिभावकों पर अनावश्यक सामग्री खरीदने का दबाव न बनाया जाए।

3. ​नकद धनराशि पर प्रतिबंध: सेलिब्रेशन के नाम पर छात्रों से किसी भी प्रकार का आर्थिक अंशदान या नकद रुपए न मांगे जाएं।

4. ​स्वैच्छिक सहभागिता: इन कार्यक्रमों को पूरी तरह स्वैच्छिक रखा जाए और शामिल न होने वाले छात्रों पर कोई दंडात्मक या मानसिक दबाव न बनाया जाए।


​विभाग संगठन मंत्री ने विश्वेंद्र जी ने कहा कि "शिक्षा के मंदिरों में उत्सव खुशी का प्रतीक होने चाहिए, न कि अभिभावकों पर आर्थिक बोझ का कारण। विद्यालय प्रबंधन यह सुनिश्चित करें कि कोई भी आयोजन किसी की जेब पर भारी न पड़े।"

​प्रांत सह-मंत्री खुशी सिंह ने कहा कि "छात्रों को विशिष्ट वेशभूषा के लिए मजबूर करना न केवल आर्थिक बल्कि मानसिक दबाव भी है। यह शिक्षा के सिद्धांतों के विपरीत है।"

महानगर मंत्री ​पीयूष भारद्वाज ने कहा कि "हमें सूचना मिल रही है कि कार्यक्रमों में शामिल न होने वाले छात्रों के साथ दंडात्मक रवैया अपनाया जाता है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"


मीडिया को जानकारी देते हुए ​हिमांक अरोरा ने कहा कि "हम उत्सवों का सम्मान करते हैं, लेकिन उत्सव तनाव का कारण नहीं बनने चाहिए। प्रशासन सुनिश्चित करे कि विद्यालयों में संस्कारों का वातावरण बना रहे।"

​ज्ञापन स्वीकार करते हुए एडीएम सिटी ने आश्वस्त किया कि प्रशासन इस विषय को गंभीरता से ले रहा है। उन्होंने कहा, "जनपद के सभी स्कूलों को निर्देश जारी किए जाएंगे कि वे किसी भी छात्र पर वेशभूषा या धन के लिए दबाव न बनाएं। उत्सव स्वैच्छिक होने चाहिए। यदि किसी विद्यालय द्वारा मानसिक उत्पीड़न या नियमों के उल्लंघन की शिकायत मिलती है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"

इस अवसर पर मुख्य रूप से विभाग संगठन मंत्री विश्वेंद्र जी, प्रांत सह-मंत्री खुशी सिंह, महानगर मंत्री पीयूष भारद्वाज, जतिन आर्य, हिमांक अरोरा, आकाश सिंह, कुशल चतुर्वेदी, दीपक कश्यप, रजत गुप्ता, नकुल, ओमप्रकाश, दीपेन्द्र, तरूण त्रिवेदी एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।