अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़ । लाल डिग्गी पर बिजली विधेयक 2025, चारों लेबर कोड, स्मार्ट मीटर योजना और बिजली के निजीकरण के फैसले के विरोध में चल रहे महापड़ाव पर सोमवार को पंजाब से संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेता डा. दर्शन पाल पहुंचेंगें।
बिजली उपभोक्ताओं के साझा मंच के बैनर तले जारी महापड़ाव को आगामी देशव्यापी आंदोलन के महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सोमवार डा. दर्शन पाल के साथ भाकियू टिकैत, क्रांतिकारी किसान यूनियन, किसान सभा, भाकियू सुनील, भाकियू हरपाल, भारतीय हलधर किसान यूनियन आदि संगठनों के राष्ट्रीय, प्रादेशिक एवं जिले के प्रमुख नेता भी मौजूद रहेंगें। रविवार को स्मार्ट मीटर के विरोध में चंडौस में महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत के शामिल होने बाद अगले दिन देश के एक ओर महत्वपूर्ण नेता डा. दर्शन पाल के महापड़ाव पर आगमन आंदोलन को नये आयाम देगा।
इधर रविवार की छुट्टी में कर्मचारी -श्रमिक संगठनों के नेताओं ने महापड़ाव पर मोर्चा संभाला। सभा को संबोधित करते हुए अलीगढ़ डिवीजन इंश्योरेंस इंप्लायज एसोसिएशन के जिला महामंत्री ललित शर्मा ने कहा कि चारों लेबर कोड देश भर के कर्मचारियों -श्रमिकों को पूंजीपतियों के गुलाम बनाने की योजना है। ऐतिहासिक काम के 8 घंटे के अधिकार को छीनकर मौजूदा केंद्र सरकार मजदूर विरोधी कदम उठाया है। अब देश भर के कर्मचारियों -मजदूरों को एकजुट होकर शहीदों के खून की कीमत मिले तमाम अधिकारों की रक्षा के सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने का वक्त है।
एएमयू इंप्लायज यूनियन के नेता शमीम अख्तर ने कहा कि किसानों ने देश को कारपोरेट हाथों में जाने से बचाने की जिस जंग को दिल्ली की सीमाओं पर 13 महीने चले आंदोलन से शुरू किया अब हम कर्मचारी-श्रमिक किसानों के साथ एकजुट होकर अंजाम तक पहुंचाएंगे।
सभा की अध्यक्षता करते हुए निर्माण श्रमिक संगठन के अध्यक्ष रमेशचन्द्र विद्रोही ने अपने संबोधन में नारा बुलंद किया कि हमारा संघर्ष 'सभी को भरपेट रोटी, सभी हाथों को काम' नहीं तो सबकी करेंगें नींद हराम!
महापड़ाव के छठवें दिन इनके अलावा महिला संगठन से हिना वजारत, अलीगढ़ डिवीजन इंश्योरेंस इंप्लायज से दलवीर सिंह, नवल उपाध्याय, गिर्राज वशिष्ठ, एएमयू इंप्लायज यूनियन से रेहान अहमद, नजर अहमद, मोहम्मद अमजद, असलम, इंजी. आर. पी. सिंह, किसान संगठनों से सूरजपाल उपाध्याय, इदरीश मोहम्मद, हरेंद्र सिंह, नगेन्द्र चौधरी, सुरेशचंद्र गांधी आदि शामिल रहे।

