अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, हरदुआगंज| हरदुआगंज नगर पंचायत के तांगा स्टैंड पर स्थित प्राचीन बालाजी मंदिर के ऊपर नगर पंचायत द्वारा बिना किसी पूर्व प्रस्ताव और टेंडर प्रक्रिया के दो मंजिला दुकानें अवैध रूप से तथा बिना मानकों और बिना किसी तकनीकी मानचित्र के बनाई जा रही हैं जो कि बालाजी मंदिर के ऊपर उसके शिखर के अस्तित्व को भी खत्म कर रही हैं। इस बात के छायाचित्र प्राप्त होने पर पर्यावरण एवं पर्यटन विकास समिति ने हो रहे निर्माण कार्य की आलोचना करते हुए कहा कि एक ओर हिंदु धर्म रक्षक बंद और विलुप्त हो चुके मंदिरों को नया जीवन दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर हरदुआगंज नगर पंचायत में एक प्राचीन बालाजी मंदिर का अस्तित्व ही समाप्त किया जा रहा है तथा मंदिर के भवन क्षेत्र के ऊपर आवागमन के लिए पक्की सीडियां बनाई जा रही हैं जो कि भगवान की मूर्ति का घोर अपमान है।
पर्यावरण एवं पर्यटन विकास समिति के प्रबंधक सचिव रंजन राना ने जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से उक्त प्रकरण की शिकायत दर्ज कराते हुए मांग की कि दुकानों का निर्माण किस मद से किया जा रहा है उसको सार्वजनिक करते हुए, निर्माण कार्य कराने वाले व्यक्ति अथवा संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ नगर विकास अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही करें। वहीं शिकायत का निस्तारण करते हुए नगर पंचायत ने अधिशासी अधिकारी ने बताया है कि दुकानों के निर्माण की प्रक्रिया नियमानुसार बोर्ड की बैठक में पारित प्रस्तावों के बाद नियमानुसार टेंडर प्रक्रिया के तहत कराया जा रहा है|
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लेकिन नगर पंचायत का कोई भी अधिकारी इस सवाल का जबाब नहीं दे पा रहा है कि दुकानों के बीचो बीच बने प्राचीन बालाजी मंदिर के शिखर की चौड़ाई कितनी होगी| मंदिर को दफ़न करने की इस बात पर हरदुआगंज के हिंदूवादी संगठन भी मौन है|